डिफेंस कोचिंग सेंटर के नाम पर चल रहे संस्थानों की कराई जाए जांचः लालचंद शर्मा
लालचन्द शर्मा ने कहा कि जिन लोगों द्वारा डिफेंस एकेडमी के नाम पर अपनी दुकाने चलाई जा रही हैं। इनके संचालकों को डिफेंस की एबीसीडी तक नहीं पता होती है। दो-दो कमरों में चलने वाले इन केंद्रों के पास न तो ट्रेनिंग ग्राउंड उपलब्ध हैं और न हीं प्रशिक्षित ट्रेनर। इन ट्रेनिंग सेंटरों के संचालकों द्वारा छात्रों से वसूले जाने वाले शुल्क के अनुरूप न तो इनको पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है और न ही बेहतर प्रशिक्षण। यहां तक कि वहां पर पीने का पानी भी दूषित पाया जाता है। हॉस्टल के नाम पर घुटन भरे छोटे-छोटे कमरे होते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने यह भी कहा कि इन ट्रेनिंग सेंटरों के संचालकों द्वारा यहां पर नियुक्त प्रशिक्षकों पर दबाव डालकर अवैध रूप से विभिन्न विद्वालयों से 9वी तथा 12वीं के छात्रों का डाटा मंगवाया जाता है, जो कि न्यायोचित नहीं है। लालचन्द शर्मा ने जिलाधिकारी को यह भी अवगत कराया कि इन ट्रेनिंग सेंटरों के संचालकों द्वारा छात्रों को प्रवेश के समय नहीं बताया जाता कि उन्हें दूसरे स्कूलों से परीक्षा दिलाई जाएगी। इससे उन पर दोहरी मार पड़ती है। क्योंकि दो-दो जगह की यूनिफार्म बनाना उनकी मजबूरी होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि देहरादून महानगर के विभिन्न क्षेत्रों में डिफेंस कोचिंग सैन्टरों के नाम से खोले गये फर्जी सेंटरों की जांच कराई जाय। साथ ही ऐसे अवैध सेंटरों को बंद कराया जाए। ताकि युवा बेरोजगार ठगी से बच सकें। उन्होंने कहा कि अनियमितता पाए जाने की स्थिति में ऐसे कोचिंग सेंन्टरों को बंद कराते हुए उनके संचालकों पर कानून सम्मत कड़ी कार्रवाई की जाए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।