विक्षिप्त युवक के सिर पर हुआ खून सवार, सात साल की बेटी सहित दो को उतारा मौत के घाट, चार घायल

एक विक्षिप्त युवक के सिर ऐसा खून सवार हुआ कि उसने घर के ही सदस्यों पर धारदार हथियार (बांकी) से हमला कर दिया। बीच बचाव को आए पड़ोस के लोग भी उसके हमले की चपेट में आ गए। हमले में बच्ची और एक महिला की मौत हो गई, वहीं, चार लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। मरने वालों में विक्षिप्त की सात साल की बेटी भी है। इस घटना को लेकर लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर मरने वाली पड़ोस की महिला के परिजनों को मुआवजे की मांग भी की।
ये सनसनीखेज मामला मंगलवार की सुबह उत्तर प्रदेश में वाराणसी मके जौनपुर क्षेत्र में हुआ। बताया जा रहा है कि शाहगंज नगर के भादीखास मोहल्ला निवासी मुमताज (30 वर्ष) पुत्र आजम मानसिक रूप से विक्षिप्त है। सोमवार की शाम परिवार वाले उसे उपचार के लिए वाराणसी ले जा रहे थे। इस बीच इमरान गंज बाजार के समीप गाड़ी से उतरकर मुमताज भाग निकला।
मंगलवार की सुबह करीब छह बजे मुमताज घर पहुंचा और अचानक उसने पत्नी व बच्चों पर बांकी से हमला करना शुरू कर दिया। इससे बेटी हुमेरा (7 वर्ष) और पुत्र मोहम्मद (3वर्ष) को काफी चोटे आईं। बीच बचाव करने पहुंची पत्नी फिरदौस (28 वर्ष) व भाई अफरोज की पत्नी निलोफर (24 वर्ष) पर भी उसने हमला कर दिया। हमले के बाद फिरदौस जान बचाकर घर से बाहर भागी और लोगों से मदद के लिए गुहार लगाने लगी।
इस दौरान दूध बेचने जा रही वृद्धा सुलेमा (65 वर्ष) पत्नी अच्छेलाल निवासी नोनहट्टा व पड़ोसी मंजूर (36 वर्ष) पुत्र मुनीर ने बीच बचाव किया तो विक्षिप्त ने उन पर बांकी से हमला कर घायल कर दिया। घायलों को उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया जहां पर विक्षिप्त युवक की पुत्री हुमेरा (7 वर्ष) और नोनहटटा मोहल्ला निवासी सुलेमा (65 वर्ष) पत्नी अच्छेलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई।
युवक के हमले और दो लोगों की जान लेने की जानकारी से लोग आक्रोशित हो गए और लोगों ने मुख्य मार्ग पर जाम लगाते हुए मुआवजे की मांग भी की। वहीं घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंची पुलिस टीम ने वारदात को लेकर स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की। पुलिस आरोपी को हिरासत में लेते हुए आवश्यक कार्रवाई में जुटी है।






बहुत ही सनसनीखेज घटना है।