उत्तराखंड में इंडिया गठबंधन ने दिखाई ताकत, विपक्षी दलों ने किया राजभवन कूच, पुलिस ने किया गिरफ्तार
लोकसभा एवं राज्यसभा में विपक्षी दलों के सांसदों के निलंबन के विरोध में इंडिया गठबंधन से जुड़े विपक्षी दलों ने दिल्ली के जंतर मंतर से लेकर राज्यों में भी अपनी ताकत दिखाई। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन से राजभवन के लिए कूच किया गया। हाथीबड़कला में पुलिस ने बैरिकेडिंग पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के साथ ही कांग्रेस और विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। सबको पुलिस लाइन में ले जाया गया। बाद में सभी को रिहा कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लोकसभा एवं राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के निलंबन और संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मसले को लेकर आज शुक्रवार 22 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे देहरादून के राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय से प्रदेस कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन से जुड़े विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजभवन के लिए कूच किया। साथ ही मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से भेजा गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन में निलंबन की निंदा
राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में कहा गया कि लोकसभा एवं राज्यसभा में संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे विपक्षी दलों के 143 सांसदों की अलोकतांत्रिक तरीके से की गई निलम्बन की कार्रवाई की गई। इसका उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के साथ ही अन्य विपक्षी दल विरोध करते हैं। इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं। निलंबन की कार्यवाही भाजपा के फासीवादी एवं तानाशाही चरित्र का द्योतक है। साथ ही स्वस्थ लोकतंत्र के भविष्य के लिए उचित नहीं है। इसे लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला कोई भी दल सहन नहीं करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सदैव लोकतंत्र एवं लोकशाही में गहरा विश्वास रहा है और आज देश में लोकतंत्र के जितने भी स्तम्भ हैं, उनकी स्थापना में महात्मा गांधी से लेकर आज तक कांग्रेस पार्टी का एक लंबा इतिहास रहा है। चुने हुए जन प्रतिनिधियों को उनके कर्तव्यों से विमुक्त करना लोकतंत्र के प्रति अपराध है। असहमति के स्वरों को सुनना एवं स्वीकार करना स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है। भारतीय संसद लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा का सर्वोच्च मंच है। संसद एवं देश की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने पर लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्यसभा के उपसभापति द्वारा की गई यह कार्रवाई लोकतंत्र के लिए अच्छा संदेश नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि चुने हुए सांसदों को संसद से बाहर करने की यह घटना लोकतंत्र के इतिहास में काले अक्षरों में अंकित की जायेगी। स्वस्थ लोकतांत्रिक परम्परा में असहमति को भी सुनना पड़ता है तथा देश और जनता से जुडे हुए मुद्दों पर अगर लोकतंत्र के सर्वोच्च मन्दिर में चर्चा नहीं की जायेगी तो वे बतायें कि वे किस सदन में चर्चा करना चाहते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने कहा कि सत्ता प्राप्ति के लिए जनता की संवेदनाओं का शोषण करने का भारतीय जनता पार्टी का लम्बा इतिहास रहा है। इस प्रकार का गिरगिटी चरित्र भारतीय जनता पार्टी की पहचान है। वे जब सत्ता में होते हैं तो उनके स्वयं के लिए अलग नैतिक मूल्य एवं कानून होते हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण संसद प्रकरण में विजिटिंग पास जारी करने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। उनके खिलाफ संसदकांड के सम्बन्ध मे अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा में गतिरोध बढ़ाने के लिए भाजपा ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के सांसदों के साथ जिस प्रकार की कार्रवाई की है, वह भाजपा के तानाशाही रवैये को उजागर करती है। लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्यसभा उपसभापति द्वारा की गई इस कार्रवाई का विश्व के लोकतांत्रिक देशों में अच्छा संदेश नहीं गया है। साथ ही देश के बुद्धिजीवी वर्ग ने भी लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्यसभा के उपसभापति के इस अलोकतांत्रिक कदम की सराहना नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी विषेशकर गृहमंत्री अमित शाह को कांग्रेस पार्टी एवं विपक्षी दल के निलम्बित सांसदों से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही सरकार द्वारा संसद सुरक्षा में हुई चूक की जिम्मेदारी लेते हुए सभी सांसदों का निलम्बन वापस लिया जाना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शनकारियों ने ये रहे शामिल
राजभवन कूच कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक ममता राकेश, वीरेंद्र जाती, फुरकान अहमद, अनुपमा रावत, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, डॉ. हरक सिंह रावत, मंत्री प्रसाद नैथानी, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, सूर्यकांत धस्माना, कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, जोत सिंह गुनसोला, रामयश सिंह, डॉ. संतोष चौहान, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, हरि कृष्ण भट्ट, पूरन सिंह रावत, गोदावरी थापली, जयेन्द्र रमोला, भगवती सेमवाल, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, महानगर अध्यक्ष हरिद्वार सतपाल ब्रहमचारी, राजेन्द्र चौधरी, पछवादून जिलाध्यक्ष लक्ष्मी अग्रवाल, मोहित उनियाल, शांति रावत, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, शीशपाल सिंह बिष्ट, अनुकृति गुसांई, सेवादल अध्यक्ष हेमा पुरोहित, विरेन्द्र पोखलियाल, मानवेन्द्र सिंह, मनमोहन मल्ल, मनीष नागपाल, राजेश चमोली, आनन्द बहुगुणा, सोहन लाल रतूडी, अनुसूचित जाति अध्यक्ष दर्शन लाल, राजेश रस्तोगी, अमरजीत सिंह, प्रभुलाल बहुगुणा, सुजाता पॉल, पिया थापा, सुनीता प्रकाश, महेंद्र सिंह नेगी, डॉ. प्रदीप जोशी, विनोद चौहान, आशा मनोरमा डोबरियाल, विकास नेगी, कै. बलवीर सिंह रावत, नजमा खान, सपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ सत्यनारायण सचान, सीपीआई माले के इंद्रेश मैखुरी, सीपीआई के समर भंडारी, सीपीएम के राजेन्द्र नेगी, राजेन्द्र पुरोहित, कम्युनिस्ट पार्टी की इंदु नौटियाल, सीपीएम के नेता सुरेन्द्र सिंह सजवाण, गंगाधर नौटियाल, सीआईटीयू राज्य सचिव लेखराज, भगवन्त पयाल, रविंद्र नौडियाल, रामसिंह भण्डारी, अर्जुन रावत, अनन्त आकाश, कमरूद्दीन, नितिन मलेठा ,विजय भट्ट, कृष्ण गुनियाल, कमलेश, शैलेन्द्र परमार, सोनाली, अयाज, मामचंद, पुरूषोत्तम बडोनी, पीयूष, मयंक, मुकुल, कनिका, गजेन्द्र, टीकाराम पाण्डेय, अर्जुन सोनकर, जगदीश धीमान, अनूप कपूर, सविता सोनकर, इलियार अंसारी, राजेश परमार, जितेन्द्र बिष्ट, उर्मिला थापा, ललित भद्री, आदर्श सूद, अनुराधा तिवाडी, अवधेश पंत, विनीत भट्ट, संजय सैनी, सावित्री थापा, डॉ. इकबाल, मेघ सिंह, टीटू त्यागी, मालती देवी, फैजल, पूनम सिंह, विजयप्रताप मल्ल, राकेश सिंह, रेखा काण्डपाल सती, प्रणीता डोभाल, सोनिया आनन्द, अखिलेश उनियाल, जोध सिंह रावत, संग्राम पुण्डीर, डॉ. सुरेन्द्र सिंह, सुशील राठी, राहुल सोनकर, देवेन्द्र सिंह, महेश प्रताप राणा, हिमांशु रावत, रिषभ जैन, गौरव अग्रवाल, लाखीराम बिजलवाण, सलमान अहमद, अब्दुस समाद, दिनेश कौशल, सचिन थापा, अर्जुन पासी, प्रमोद गुप्ता, यूनिस अहमद, अभिशेक तिवारी, लक्की राणा, विजेन्द्र चौहान, सहजाद अंसारी, राजकुमार जायसवाल, राजेश पुण्डीर, हेमन्त उप्रेती आदि सैकडों कांग्रेसजन शामिल थे। हाथीबड़कला जनसभा का संचालन प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी एवं महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी ने और पुलिस लाइन में आयोजित सभा का संचालन प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने किया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।