पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्वास्थ्य में सुधार, सोशल मीडिया में चलाई जा रही हैं गलत खबर
एम्स दिल्ली में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्वास्थ्य में सुधार की खबर है। वहीं, सोशल मीडिया में उनके निधन की खबरें चलाई जा रही हैं। यही नहीं विज्ञप्तिबाज नेताओं ने तो समाचार पत्रों और पोर्टलों में निधन को लेकर बयान तक जारी कर दिए।

डॉ. तबीयत खराब होने के कारण दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती हैं। बुधवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने कल यानी गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया एम्स पहुंचे थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उनकी सेहत का हाल जाना। वहीं उनके अलावा कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मनमोहन सिंह का हाल जानने एम्स पहुंचे। उनके स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए AIIMS प्रशासन से जुड़े अधिकारियों की मानें फिलहाल उन्हे बुखार है, लेकिन इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर है।
दूसरी लहर के दौरान हुए थे कोरोना संक्रमित
दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री 19 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव पाए जाने गए थे। जिसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. हालांकि उस वेक्त वो कोरोना की जंग जीतने में कामयाब रहे थे। डॉक्टर मनमोहन सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। वो 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. साल 2009 में एम्स में उनकी बाईपास सर्जरी हुई थी।
जीवन परिचय
भारत के 14वें प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह विचारक और विद्वान के रूप में जाने जाते हैं। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रान्त के एक गांव में हुआ था। उन्होंने साल 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की। उसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से हासिल की। 1957 में उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स की डिग्री अर्जित की। इसके बाद 1962 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नूफिल्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल किया। 1971 में डॉ. सिंह वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में शामिल हुए। 1972 में उनकी नियुक्ति वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में हुई।
राजनीतिक सफर
डॉ सिंह 1991 से 1996 तक भारत के वित्तमंत्री रहे। अपने राजनीतिक जीवन में डॉ. सिंह 1991 से भारतीय संसद के उच्च सदन (राज्य सभा) के सदस्य रहे, जहां वे 1998 से 2004 तक विपक्ष के नेता थे। उन्होंने 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 को प्रधानमंत्री के रूप के शपथ ली और 22 मई 2009 को दूसरी बार प्रधानमंत्री बने थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।