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February 24, 2025

सरकार दे मौका तो रानीपोखरी में 48 घंटे में बना देंगे वैली ब्रिजः कर्नल कोठियाल

उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल (से.नि.) अजय कोठियाल ने कहा कि यदि सरकार मौका दे तो वह 48 घंटे के भीतर देहरादून के रानीपोखरी में जाखन नदी पर वैली ब्रिज बनवाकर आवाजाही के लिए तैयार करा देंगे।

उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल (से.नि.) अजय कोठियाल ने कहा कि यदि सरकार मौका दे तो वह 48 घंटे के भीतर देहरादून के रानीपोखरी में जाखन नदी पर वैली ब्रिज बनवाकर आवाजाही के लिए तैयार करा देंगे। जाखन नदी में देहरादून और ऋषिकेश को जोड़ने वाला पुल 27 अगस्त को टूट गया था। तब से इस मार्ग पर आवाजाही बंद है। हालांकि सरकार ने भी वैकल्पिक व्यवस्था के आदेश जारी किए हैं। अब आम आदमी पार्टी के नेता का इसे लेकर बयान आया। कर्नल कोठियाल के नेतृत्व में ही केदारनाथ आपदा के बाद पुनर्निर्माण कार्यों की शुरूआत की गई थी।
आप पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल अजय कोठियाल ने एक बयान जारी करते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि अगर सरकार हमें जिम्मेदारी दे तो हम 48 घंटों के भीतर एक वैकल्पिक पुल तैयार कर देंगे। ताकि वहां से लोगों की आवाजाही शुरु हो सके। उन्होंने कहा कि 27 अगस्त को ये पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसका कारण अवैध खनन बताया जा रहा है, लेकिन अभी तक यहां से आवाजाही के लिए सरकार कोई भी बंदोबस्त नहीं कर पाई है। महज जांच और जल्द से जल्द वैकल्पिक मार्ग की बात कहकर समय की बरबादी की जा रही है। हजारों लोग रोजाना इस रास्ते के बंद होने के चलते परेशान हो रहे ।
उन्होंने कहा कि लोगों को परेशानी हो रह है और कई लोगों के उन्हें फोन आ रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि इस पुल को बनाने के लिए आगे आएं। कर्नल कोठियाल ने कहा कि अगर उन्हें इसकी जिम्मेदारी मिलती है तो वे 48 घंटे में पुल बनाकर यातायात को पुराने तरीके से सुचारु करवा देंगे। कर्नल कोठियाल ने कहा कि हमने 11 हजार फीट जैसी केदारनाथ की उंचाई पर हमने 2014 में केदारनाथ की डोली ले जाने के लिए 30 मीटर का वैली ब्रिज 48 घंटों में तैयार किया था। ऐसी जरूरत यहां पर आज जनता की दिक्कतों को देखकर लग रही है। यहां भी जल्द से जल्द वैली ब्रिज की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि किसी भी पुल की मियाद 100 साल होती है, लेकिन ये पुल पहले ही टूट गया। ये प्रशासन और जिम्मेदार विभाग का काम है कि वो ऐसे निर्मित तमाम पुलों की देखरेख करे। यहां पर लापरवाही बरती गई। शासन ने इस पुल पर 40 लाख रुपये मरम्मत के नाम पर दिसंबर 2020 में खर्च किए। नदियों में अवैध खनन धड़ल्ले से किया जाता है। जो ऐसे हादसों को दावत देता है। यही वजह है कि इस पुल के टूटने की घटना हुई और इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ के कामों को देखते हुए जनता को उनसे काफी उम्मीदें हैं। इसलिए वो सरकार को सुझाव देना चाहते हैं कि ये पुल आखिर कैसे जल्द से जल्द बनेगा। इसके लिए वो राय देने के साथ इसको बनाने के लिए तैयार हैं। वह जनता की समस्याओं को देखते हुए दलगत राजनीति से हटकर इस पुल को बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम केदारनाथ जैसी विपरीत परिस्थितियों में ऐसे कई निर्माण कार्य कर चुकी है। इससे शासन प्रशासन पूरी तरह वाकिफ है। अगर दोबारा उन्हें ऐसे जनहित का मौका मिलता है तो वह अपनी पूरी टीम के साथ इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक पानी का बहाव बंद नहीं हो जाता तब तक वैली ब्रिज बनाकर यहां से आवाजाही शुरू कराई जा सकती है। पानी पूरी तरह बंद होने के बाद सरकार अपने मुताबिक इस पुल का निर्माण करा सकती है। हम अपने तर्जुबे से इस पुल का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि आज समाज में रह रहे लोगों को हौसला देने की जरुरत है। इसलिए राजनीति से अलग होकर वो इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हैं।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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