हिमाचल के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने की सीएम धामी से मुलाकात, सतपाल महाराज से हुई ये चर्चा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बुधवार को हिमाचल के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री और हिमाचल के कैबिनेट मंत्री के मध्य उत्तराखंड और हिमाचल के बीच आपसी कनेक्टिविटी जोड़ने के लिए चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों की सीमा पर स्थानीय काश्तकारों को टोल टैक्स में छूट प्रदान की जाय। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुखू से भी फोन पर वार्ता कर दोनों राज्यों की आपसी कनेक्टिविटी को और अधिक विस्तार देने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड और हिमाचल की भौगोलिक स्थिति लगभग एक जैसी है। हाल ही में सम्पन्न हुई नीति आयोग की बैठक में हिमालयी राज्यों के समग्र विकास के लिए विशिष्ट नीतियां बनाने का भी अनुरोध किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड को जोडने वाले पांवटा साहिब में यमुना नदी पर 550 मीटर लम्बे 02 लेन पुल पर वाहनों की आवाजाही के कारण भारी कम्पन दिखाई देती है। आईआईटी रूडकी की जांच और संस्तुति के बाद सड़क परिवहन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भी इसके मरम्मत की मंजूरी दे दी गयी है। इसके लिये कम से कम 02 माह पुल के यातायात को बन्द करना आवश्यक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इसके लिए पूरा सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पुल की मरम्मत से पहले जिलाधिकारी देहरादून और जिलाधिकारी सिरमोर द्वारा डायवर्जन प्लान बनाया जायेगा।
कैबिनेट मंत्री हिमाचल प्रदेश ने कहा कि यातायात की सुगमता के लिये पुल के पास बनाये गये वन, खनन, आबकारी एवं आरटीओ के अवरोधों तथा लोडेड वाहनों की पार्किंग को पुल से 01 किमी. दूर स्थानान्तरित किये जाने की आवश्यकता होगी, इस पर मुख्यमंत्री ने आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने हिमाचल को उत्तराखण्ड से जोड़ने के प्रयासों पर बल देते हुए उत्तराखण्ड द्वारा यमुना नदी पर बनाये गये भीमावाला नावघाट 540 मीटर लम्बे पुल को जोडने वाले 820 मीटर लम्बे सम्पर्क मार्ग के निर्माण पर भी चर्चा की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हिमाचल से उत्तराखण्ड को जोडने वाले धौला से सेवाडोगरी तक 10 कीमी. सड़क निर्माण कार्य होने से डोडराक्वार क्षेत्र 12 महीने आवागमन सुचारू हो जायेगा और दोनों राज्यों की आपसी कनेक्टिविटी भी बन जायेगी। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश की पूर्व लोकसभा सांसद प्रतिभा सिंह, सचिव लोक निर्माण विभाग डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय और हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हिमाचल के लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, जलागम मंत्री सतपाल महाराज की बीजापुर गेस्ट हाउस में हुई मुलाकात में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तराखंड के चांइशील घाटी से हिमाचल को जोड़ने वाली सड़क पर चर्चा की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हिमाचल के लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, जलागम मंत्री सतपाल महाराज की बुद्धवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में शिष्टाचार भेंट के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तराखंड के चांइशील घाटी से हिमाचल को जोड़ने वाली सड़क और पौंटा नेशनल हाईवे पर भी चर्चा हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महाराज ने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर हिमालय की गोद में बसी चांइशील घाटी उत्तरकाशी, देहरादून (उत्तराखंड) और शिमला (हिमाचल प्रदेश) जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से जुड़ी हुई है। यहां जाने के लिए पर्यटक उत्तराखंड के बजाय हिमाचल के रास्ते जाते हैं। साहसिक पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण चांइशील घाटी में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं। यहां दूर-दूर तक फैले खूबसूरत पहाड़, मीलों लंबे बुग्याल (मखमली घास के मैदान), जल धाराएं व दुर्लभ जड़ी-बूटियों का भरपूर खजाना मौजूद है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।