उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में ऊंची चोटियां ढकी बर्फ से, कल भारी बर्फबारी की संभावना, यलो अलर्ट
उत्तराखंड में पिछले दो दिन हुई बारिश और बर्फबारी के बाद शुक्रवार को मौसम सामान्य हो गया है। अधिकांश इलाकों में या तो धूप खिली है, या फिर बादलों और धूप के बीच लुकाछिपी का खेल चल रहा है। मौसम में एक बार फिर से बदलाव की संभावना है।
इन दिनों चारों धाम सहित ऊंचाई वाले इलाकों में अच्छी खासी बर्फ जमी हुई है। भारी बर्फबारी के कारण कैलाश मानसरोवर समेत कई पहाड़ी मार्ग बंद हो गए हैं। इधर, धूप खिलने के बाद उत्तरकाशी के सुक्की टाप के पास बंद गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही सुचारु हो गई है। बुधवार देर रात को धनोल्टी, सुरकंडा-कद्दूखाल, काणाताल तथा बुरांशखंडा की ऊंची पहाडियों पर जनवरी माह में पहला हिमपात हुआ है। गुरुवार सुबह समूचा क्षेत्र में बर्फ की सफेद चादर बिछी दिखी। नागटिब्बा तथा पत्थरखोला के साथ ही चकराता में भी मौसम का पहला हिमपात हुआ। मसूरी की पहाड़ियां फिर भी वंचित रह गई। संभावना है कि कल आठ जनवरी को मसूरी व आसपास के इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।
मौसम का हाल
हालांकि गुरुवार को मैदानी इलाकों में मौसम आंशिक रूप से खुला है। वहीं, गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में कुछ स्थानों पर हल्की से हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आठ जनवरी को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, एवं बागेश्वर जिले में 3000 हजार मीटर या इससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ ही बिजली चमकने की संभावना है। साथ ही ओलावृष्टि भी हो सकती है। नौ जनवरी से लेकर 11 जनवरी तक गढ़वाल और कुमाऊं के जिलों में बहुत हल्की से हल्की बारिश के साथ ही 2500 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई तक बर्फबारी की संभावना है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।