उत्तराखंड में मसूरी, धनोल्टी सहित ऊंची पहाड़ियों ने ओढ़ी सफेद चादर, दिल्ली में बारिश का रिकॉर्ड
एक बार फिर से समूचे उत्तर भारत में बारिश का दौर शुरू हो चुका है। उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी से पहाड़ की ऊंची चोटियों ने सफेद बर्फ की चादर ओढ़ ली है। चारधाम समेत मसूरी, नैनीताल और आसपास की चोटियों पर जमकर हिमपात हुआ और ये सिलसिला जारी है।
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धनोल्टी मार्ग पर अचानक यातायात का दबाव बढ़ने के कारण देर शाम तक काफी जाम लगा रहा। धनोल्टी के आलू फार्म और व्यू प्वाइंट में कल से अभी तक एक फीट हिमपात हो चुका है। बर्फबारी अभी जारी है। लाल टिब्बा, सुरकंडा, कद्दूखाल, काणाताल में भी भारी हिमपात हुआ है। वहीं, लालटिब्बा-चारदुकान, हाथीपांव-जार्ज एवरेस्ट, कंपनी बाग, बिनोग हिल में अच्छी बर्फबारी हुई। इसके अलावा मसूरी से कुछ दूरी पर स्थित बुरांशखंडा, धनोल्टी, बटवालधार, कद्दूखाल, सुरकंडा, काणाताल, नागटिब्बा में करीब आधा फीट हिमपात हुआ।
धनोल्टी मुख्य बाजार में भी काफी देर तक हल्की बर्फबारी होती रही। इस दौरान तापमान शून्य के करीब पहुंचने से कड़ाके की ठंड महसूस की जाने लगी। मसूरी से लेकर धनोल्टी तक जगह-जगह पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहा। इसके अलावा मसूरी से चकराता के बीच स्थित ऊंची पहाड़ियों पर भी बर्फबारी हुई। वहीं निचले क्षेत्रों में दिनभर रिमझिम बारिश से प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड महसूस की गई। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को भी पहाड़ी जिलों में हिमपात का दौर जारी रह सकता है। साथ ही मैदानों में कहीं-कहीं बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। वहीं, दिल्ली में 32 साल बाद सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है।
दिल्ली में गिरा तापमान
दिल्ली में इस साल जनवरी में शनिवार 22 जनवरी तक लगभग 70 मिलीमीटर बारिश हुई। जो कि इस महीने में पिछले 32 साल में हुई सर्वाधिक बारिश है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में शनिवार की रात साढ़े 9 बजे तक 69.8 मिलीमीटर बारिश हुई। उन्होंने बताया कि इससे पहले जनवरी 1989 में राष्ट्रीय राजधानी में 79.7 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में शनिवार को बारिश होने से अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री गिरकर 14.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस मौसम का अबतक का सबसे कम अधिकतम तापमान है। विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में व्यापक वर्षा होने का अनुमान है।रविवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
उत्तराखंड में हिपमात से बढ़ी सर्दी
उत्तराखंड में पिछले तीन दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। शुक्रवार की देर रात से ही कई स्थानों पर बूंदाबांदी का क्रम शुरू हो गया था। देहरादून, हरिद्वार समेत मैदानी इलाकों में दिनभर रिमझिम बारिश का सिलसिला चल रहा है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, औली, हर्षिल, चौखंभा, धनोल्टी, नागटिब्बा, मसूरी, नैनीताल, मुनस्यारी समेत तमाम ऊंचाई वाले इलाकों में अच्छा खासा हिमपात हो चुका है। मैदानों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी सूचना है। इस बीच ज्यादातर क्षेत्रों के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में सामान्य से तीन से छह डिग्री सेल्सियस की कमी आई है।
उत्तराखंड में मौसम का पूर्वानुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आज रविवार यानी कि 23 जनवरी को भी राज्य के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। साथ ही 2000 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई पर बर्फबारी की संभावना है। 24 जनवरी को भी पर्वतीय क्षेत्र के साथ मैदानी इलाकों में बहुत हल्की से हल्की बारिश होगी। 25 जनवरी को भी पर्वतीय क्षेत्र में बारिश का दौर जारी रहेगा। 26 जनवरी को भी उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश की संभावना है। 27 जनवरी को मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
ये है अलर्ट
24 जनवरी तक उत्तराखंड में यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकेगी। साथ ही ओलावृष्टि की भी संभावना है। रविवार को देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, उधमसिंह नगर, चंपावत, नैनीताल जिले में इसी तरह का मौसम रहेगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।