फेसबुक पर फेक आइडी बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने के मामलों में हाईकोर्ट सख्त, फेसबुक इंडिया के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार से मांगा जवाब
फेसबुक पर लोगों की फर्जी आइडी बनाकर अवैध वसूली और ब्लैकमेलिंग के बढ़ते मामलों पर हाईकोर्ट नैनीताल ने सख्त रुख अपनााया है।

बुधवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में हरिद्वार निवासी आलोक कुमार की जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। इसमें कहा है कि याचिकाकर्ता इस मामले में स्वयं भी पीड़ित हुए है। याचिकाकर्ता का कहना है फेसबुक में लोगो की फर्जी आइडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही है। फ्रेंड्स रिक्वेस्ट मंजूर कर लेने के बाद उनकी फोटोज को एडिटिंग करके उनकी अशील वीडियो बनाई जा रही है। ये वीडियो बनाकर उन्हें भेज दी जा रही है। उनसे कहा जा रहा है कि आप इतने पैसे दो नही देने पर आपका यह वीडियो उसके घरवाले या दोस्तों को भेज दिया जाएगा।
याचिकाकर्ता के पास भी इसी तरह का वीडियो भेजा गया था। जब इसकी शिकायत उन्होंने एसएसपी हरिद्वार, डीजीपी, सेकेट्री होम से की तो इस पर कोई कार्रवाई नही हुई। उन्होंने आरटीआइ में पुलिस विभाग से पूछा कि अभी तक उत्तराखंड में इस तरह के कितने मामलों में एफआईआर दर्ज हुई। उनको बताया गया कि अभी 45 पीड़ितों ने इस सम्बन्ध में शिकायत की है। अभी मामला विचाराधीन है।
जनहित याचिका में प्रार्थना की गई है कि फेसबुक को यह निर्देश दिए जाय की इस तरह की अश्लील वीडियो डालने वाले लोगो की आइडी को ब्लाक किया जाए। इंटरनेट मीडिया से अश्लीलता से भरे वीडियो को हटाया जाए। फेसबुक इंडिया हेड, एसएसपी व डीपीजी को निर्देश दिए जाएं कि एक ऐसा नम्बर जारी करें, जिसमे पीड़ित लोग अपनी शिकायत कर सकें।