सूचना विभाग के दो अधिकारियों डॉ. अनिल चंदोला और गोपाल सिंह राणा को दी गई भावभीनी विदाई
सूचना महानिदेशक ने कहा कि मनुष्य के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण समय उसका सेवाकाल होता है। हमारे जीवन का यह अनमोल समय होता है, क्योंकि राष्ट्र सेवा के लिए अपना योगदान देने का यह सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। उन्होंने कहा कि डॉ. अनिल चंदोला एवं गोपाल सिंह राणा ने सूचना विभाग में लंबे समय तक सेवाएं दी। उन्होंने दोनों अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य एवं सुखमय जीवन की कामना की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि यदि हम किसी कार्य को दिल से करते हैं, तो मन में ऊर्जा का संचार स्वतः ही हो जाता है। जब कर्म के प्रति भावना जुड़ी होती है, तो वह मन को संतुष्टि और प्रसन्नता देती है। कार्य के साथ सद्व्यवहार एवं विनम्रता बहुत जरूरी है। आम जन तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने में सूचना विभाग की बड़ी जिम्मेदारी होती है। सभी को टीम भावना से कार्य कर आगे बढ़ना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला ने अपने 36 वर्षों के सेवाकाल के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इन 36 सालों में उन्हें उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में सेवा करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि जो कार्य टीम भावन से होते हैं, उनके परिणाम अधिक सुखद होमे हैं। उन्होंने अपने सेवाकाल में साथ कार्य करने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विभाग को आधुनिक संसाधनों के अधिक उपयोग पर बल देना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल सिंह राणा ने भी अपने सेवाकाल के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने सेवाकाल के दौरान साथ कार्य करने वाले सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों का भी आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक आशिष त्रिपाठी, केएस चौहान, संयुक्त निदेशक (से.नि) राजेश कुमार, उप निदेशक डॉ. नितिन उपाध्याय, मनोज श्रीवास्तव, रवि बिजारनियां, सहायक निदेशक अर्चना एवं विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।