हरीश रावत बोले- बड़े मिया तो बड़े मिया, छोटे मिया शुभानअल्हा, दोनों की सदबुद्धि के लिए रखा उपवास
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पंजाब प्रदेश के प्रभारी हरीश रावत ने कृषि कानूनों के विरोध के साथ ही किसानों की समस्याओं को लेकर अपने आवास के समक्ष सांकेतिक उपवास रखा। इस दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं को उठाया। साथ ही पीएम मोदी के साथ ही उत्तराखंड के सीएम पर कुछ इस अंदाज पर कटाक्ष किया। कहा कि बड़े मिया तो बड़े मिया, छोटे भी शुभानअल्हा। इन दोनों की सदबुद्धि के लिए ही मैंने सांकेतिक उपवास रखा।
कांग्रेस के प्रदेश व्यापी कार्यक्रमों से अलग ही हरीश रावत अपना विरोध प्रदर्शनों के कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं। देहरादून में उन्होंने केंद्र सरकार के किसान व कृषि कानूनों के खिलाफ और धान की खरीद न होने और गन्ना मूल्य घोषित न होने पर सांकेतिक उपसास रखा। घर के बाहर ही कुर्सी लगाकर वह उपवास पर बैठे।
इस मौके पर हरीश रावत ने कहा कि जिस तरह से केंद्र किसानों पर अत्याचार, घोर पाप कर रही है। उसकी देखादेखी राज्य सरकार भी उसी कदम पर चल रही है। किसानों से न्याय नहीं किया जा रहा है। धान की पूरी खरीदी नहीं की गई। तोल बंद कर दी दई। किसानों का धान घरों में पड़ा है। आप खरीद नहीं कर रहे हो। फिर कह रहे हैं कि एफसीआइ खरीद केंद्र से खरीदा जाए।
उन्होंने कहा कि किसान चक्कर काटने में लगा है। राज्य सरकार में एक विभाग दूसरे विभाग पर गेंद उछाल रहा है। सीएम कह रहे हैं 24 घंटे में भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन 24 दिन में नहीं हो रहा है। हमारी मांग के बाद चीनी मिल की पैराई शुरू की। अब गन्ने की खरीद मूल्य घोषित नहीं कर रहे हैं। बडे मिया बड़े मिया छोटे मिया शुभानअल्हा। दोनों की सदबुद्धि के लिए सांकेतिक उपवास पर बैठा हूं।
इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री एवं प्रदेश उत्तराखंड किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुशील राठी ने भी हरीश रावत के समर्थन में उनके आवास पर धरना व उपवास किया। उन्होंने दावा किया कि समस्त उत्तराखंड किसान कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने अपने कार्यालय व निवास स्थान पर धरना व उपवास किया।
मास्क भी दिखावा
उपवास कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व जमीन पर बैठे कार्यकर्ताओं के तो मास्क सही लगे थे, लेकिन उनके बगल में कुर्सी पर बैठे नेताओं के मास्क मात्र दिखावा थे। जब तक कोरोना की दवा नहीं आ जाती, तब तक कोरोना के तीन नियमों, शारीरिक दूरी, नाक व मुंह को मास्क से ढकना, हाथों को बार बार धोना जरूरी है। तस्वीरों में देख सकते हैं कि हरीश रावत के दोनों तरफ बैठे कांग्रेस तीन नेताओं ने मास्क ऐसे लगाए थे कि नाक खुली रहे।
आंदोलन को तेज करने के निर्देश
उत्तराखंड किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुशील राठी के मुताबिक अखिल भारतीय किसान कांग्रेस कमेटी की जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें अखिल भारतीय किसान कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी माननीय सुरेंद्र सोलंकी ने पूरे देश में किसान कांग्रेस के सभी प्रदेश अध्यक्षों को केंद्र सरकार के की ओर से जो तीन बिल किसानों के खिलाफ पास किए गए हैं, उनको वापस लेने के लिए किसानों के आंदोलन में बढ़-चढ़कर भागीदारी करने के निर्देश दिए।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।