धुआंधार नुक्कड़ सभाओं में प्रत्याशी गुनसोला और पूर्व विधायक राजकुमार ने खोली बीजेपी की पोल, घोषणापत्र पर चर्चा
जैसे जैसे उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की तिथि 19 अप्रैल नजदीक आ रही है, वैसे राजनीतिक दलों का प्रचार भी तेज हो गया है। बीजेपी ने एक दिन पहले अपना घोषणा पत्र जारी किया। वहीं, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र को बीजेपी से बेहतर बताया। इसके लिए तर्क भी दिए गए। आज सोमवार की सुबह देहरादून में कांग्रेस से टिहरी लोकसभा प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला के साथ ही राजपुर विधानसभा से पूर्व विधायक राजकुमार ने देहरादून में चंद्र नगर, रेसकोर्स, डालनवाला, आराघर, डालनवाला क्षेत्र की मलिन बस्तियों में भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के लिए वोट मांगा। साथ ही कांग्रेस और बीजेपी के घोषणापत्र को लेकर विस्तार से चर्चा की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी को घोषणापत्र को बताया जुमला
प्रचार अभियान के दौरान आयोजित नुक्कड़ सभाओं और बैठकों में इन नेताओं ने बीजेपी के घोषणापत्र को जुमला पत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि 19 अप्रैल को 21 राज्यों में 105 से अधिक सीटों पर चुनाव होने है और भारतीय जनता पार्टी अचानक गहरी नींद से जागी है। बीजेपी ने 76 पन्नों का मेनिफेस्टो प्रस्तुत किया गया। इस दौरान एक घंटा 40 मिनट की प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीडिया से एक भी सवाल नहीं लिया गया। यह भारतीय जनता पार्टी की गंभीरता को दर्शाता हैं। एक तरफ देश महंगाई, बेरोजगारी से त्राहिमाम हैं और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी को लोगो के बीच जाकर उनकी ग़ुरबत दुःख परेशानी टटोलने का समय तक नहीं हैं। मन की बात सुनाते सुनाते मोदी जी भूल ही गए की सरकारों को जनता की मन की बात भी सुननी होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस के घोषणापत्र में 25 गारंटी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मेनिफेस्टो कमेटी दिसंबर 2023 में गठित हो गई थी। भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव, लोगों की आकांक्षाएं, अपेक्षाएं और आशंकाओं को ध्यान में रखकर मेनिफेस्टो (न्याय पत्र) बनाया गया। इसमें पांच तरह के न्याय और 25 गारंटियो पर प्रमुखता से बात रखी गयी हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस का मेनिफेस्टो विशेषज्ञों की राय और आमजन की भागीदारी से सवा तीन महीने में बनकर तैयार हुआ, वहीं भारतीय जनता पार्टी की मेनिफेस्टो कमेटी 30 मार्च 2024 को गठित होती है। मात्र 13 दिन पहले जब पहले चरण के चुनावो को चार दिन बचे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर दो बार के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि भाजपा के जुमला पत्र में दावा किया गया है कि 25 करोड लोगों को गरीबी रेखा से निकाल लिया गया है। नीति आयोग की रिपोर्ट को आधार बनाया जा रहा है। वहीं नीति आयोग अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा करता है कि देश की 20% आबादी आज ₹46 प्रतिदिन पर गुजर बसर करने के लिए मजबूर है। आज प्रतिदिन दो किसान और दो युवा आत्महत्या कर रहे हैं। भाजपा के पूरे मेनिफेस्टो में केवल दो बार रोजगार की बात की गई है। जिस देश में 65% आबादी 35 वर्ष की आयु से कम के युवाओं की हो और जब 45साल की बेरोजगारी का आंकड़ा पार हो गया हो, वहां सत्तारुड दल के मेनिफेस्टो में रोजगार का जिक्र केवल दो बार होना यह विडंबना नहीं तो और क्या है? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ कांग्रेस के मेनिफेस्टो (न्याय पत्र) में युवाओं के लिए 30 लाख सरकारी पदों को भरने की बात है और एक लाख सालाना शिक्षित युवा को अप्रेंटिसशिप देने की बात की गई है। किसानो की बात करें तो किसानों को एमसपी की गारंटी का जिक्र तक भाजपा के मेनिफेस्टो में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि किसान आन्दोलन में 700 किसान मर गए। किसानों के लिए कीले गढ़वाई गई। उन्हें खालिस्तानी और आतंकवादी तक कहा गया। परंतु जो उनका मुद्दा है एमएसपी उस पर भाजपा के मेनिफेस्टो में कुछ नहीं कहा गया वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के मेनिफेस्टो में एमएसपी की पूर्ण गारंटी दी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि महिलाओं की बात करें तो भाजपा लखपति दीदी योजना की बात करती हैं पर उन दीदियों से जरा पूछ कर देखिए, जिन्हें आटे दाल दही पर जीएसटी देना पड़ रहा है और 1200 का गैस सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है। आज महंगाई दर 8.5% पर है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस गरीब महिलाओं को एक लाख रुपए सालाना और सरकारी नौकरियों में 50% आरक्षण देने की बात करती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भाजपा के मेनिफेस्टो में मुद्रा लोन की बात कही गई है। एक और जहाँ मोदी जी की ब्रांडिंग में साढे छः हजार करोड़ खर्च हो चुका है, वहीं भाजपा बताये कि 54000 लोन में कौन व्यक्ति अपना रोजगार खोल सकता है? इनके मेनिफेस्टो में 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने की बात कही गई है। हर मेनिफेस्टो में भाजपा का गोल पोस्ट चेंज हो जाता है। पहले 2022 का टारगेट था कि किसानों की आय दोगुनी की जाएगी। 100 स्मार्ट सिटी बनाने, हर सर को छत देने, हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज में बैठाने, काला धन वापस लाने, 5 ट्रिलियन इकोनामी बनाने, रुपए को डॉलर के बराबर लाने का 2022 तक लक्ष्य था। अब जनता ही इनसे पूछे कि इनमें कौन का जुमला पूरा हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आतंकवाद की समाप्ति की बात करती है और अपने मैनिफेस्टों में यह दावा करती है कि उसके कार्यकाल में आतंकवाद समाप्त हो गया। शांति बहाल हो गई, जबकि सरकारी रिपोर्ट के हिसाब से 2014 से 2024 के बीच में 3950 मोते हो चुकी हैं। इन मौतों में सेना और सिविलियन दोनों ही शामिल हैं। क्या भाजपा की नज़र में ये शहीद लोग भारतीय नहीं? भाजपा के मेनिफेस्टो में ना मणिपुर का जिक्र है, ना लद्दाख का, ना ही चीन के द्वारा हो चुकी घुसपैठ का ही जिक्र है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कृषि सेक्टर में दावा था कि किसान की आय दुगनी करेंगे, लेकिन हकीकत यह है कि आज किसान की आय घटी है और कर्ज भी बड़ा है। 2014 में प्रति किसान 47000 कर्ज था, जो आज 74000 रुपये हो गया है। प्रधानमंत्री किसान योजना में लाभार्थियों को बढ़ाने की बात की गई थी, लेकिन लाभार्थियों में 67% की गिरावट आई है। इस योजना के तहत पहले लाभार्थी 12 करोड़ हुआ करते थे, अब चार करोड़ रह गए हैं। शॉर्ट टर्म न्यू एग्रीकल्चर लोन जिसमें एक लाख का लोन जीरो परसेंट ब्याज पर देने की बात कही गई थी, परंतु 7% ब्याज किसानों को देना पड़ रहा है। सिंचाई शत प्रतिशत करने की बात कही गई थी, पर वह घटकर 52% हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह बीजेपी के 2019 के मेनिफेस्टो में यह दावा किया गया था कि स्किल इंडिया मिशन के तहत 40 करोड़ को मार्केट ओरिएंटेड ट्रेंनिंग दी जाएगी, पर यह ट्रेनिंग मात्र 1.4 करोड़ को मिली। शिक्षा के क्षेत्र में यह दावा किया गया था कि हर सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लासेस बनाई जाएगीं, परंतु आज 10 लाख सरकारी स्कूलों में से मात्र 37000 सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जिनके पास कंप्यूटर हैं। दावा यह किया गया था कि 200 नवोदय और केंद्रीय विद्यालय खोले जाएंगे, परंतु मात्र 56 केंद्रीय विद्यालय खोले गए। वहीं, यूपीए की 10 साल की सरकार में 2002 केंद्रीय विद्यालय खोले गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर कांग्रेस नेतैा वीरेंद्र बिष्ट, मीना बिष्ट, निखिल कुमार, भूपेंद्र बिष्ट, राजेंद्र खन्ना, अशोक कुमार, विवेक चौहान, राकेश दीपा चौहान, जागीर खान, एजाज, इंतजार आदि भी साथ थे। वक्ताओं ने बीजेपी पर झूठ परोसने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र में युवाओं के रोजगार, महंगाई, गरीबी आदि पर कोई बात नहीं हुई है। वहीं ये देश के बड़े मुद्दे हैं।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।