इस शांत इलाके में गुलदार ने मचाई अशांति, युवक को निवाला बनाने के अगले दिन मारी गाय, वन विभाग नहीं लगा पाया पिंजरा
उत्तराखंड में जंगली जानवरों का आतंक भी एक बड़ी आपदा है। पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लॉक के कुछ गावों में जहां अभी तक लोग शांति से रह रहे थे, वहां अब गुलदार ने अशांत माहौल बना दिया है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड में पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लॉक में बमराड़ी ग्राम सभा के अंतर्गत ग्राम ग्राम भैंसोड़ा सावली निवासी 38 वर्षीय युवक दिनेश चंद्र पुत्र रामलाल गांव के निकट जंगल में गुलदार ने मंगलवार 22 जून की सुबह मार डाला था। वह करीब साढ़े सात बजे जंगल में शोच को गए थे। इस संबंध में सांसद प्रतिनिधि बीरोंखाल डॉ. पातीराम ढौंडियाल ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को जानकारी दी। इस पर सतपाल महाराज ने बाघ को नरभक्षी घोषित करने और पिंजरा लगाकर पकड़ने के लिए जिलाधिकारी एवं डीएफओ पौड़ी को फोन कर निर्देश दिए थे।
इसके बाद वन विभाग की टीम गांव पहुंची और मृतक के परिजनों को 50 हजार रुपये की नगद राशि प्रदान की। वहीं, अभी तक वन विभाग मौके पर पिंजरा नहीं लगा पाया है। बताया जा रहा है कि पिंजरे की व्यवस्था की जा रही है। बमराड़ी के ग्राम प्रधान सुरेंद्र ढौंडियाल के मुताबिक वन विभाग इस हमले से आसपास के गांवों के लोगों में दहशत है।
दूसरे गांव में सुबह मार डाली गाय
बीरोंखाल ब्लॉक में ग्राम सभा सीला तल्ला के दिवोली गांव मे आज सुबह गुलदार आ धमका। यहां उसने एक गाय को निवाला बना दिया। बताया जा रहा है कि कल जिस गांव में गुलदार ने युवक को मार डाला था, उससे कुछ ही दूरी पर दिवोली गांव है। ये गांव गाड यानी बरसाती नदी के दूसरी ओर दो किलोमीटर दूर पर है। बताया जा रहा है कि गुलदार ने रामशरण की गोशाला के निकट गाय को मारा। ये गाय भी वो गाय थी, जिसे लोग छोड़ देते हैं और वे ऐसे ही खुले में घूमती हैं। क्षेत्रवासियों ने सरकार से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे पहले भी गुलदार क्षेत्र में कई मवेशियों पर हमला कर चुका है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
धन्यवाद सही जानकारी