उत्तराखंडी फिल्म माटी पहचान का प्रीमियर देख अतिथियों ने की तारीफ, संस्कृति मंत्री बोले-परिवार के संग देखें लोग
माटी पहाचन उत्तराखंडी सिनेमा के इतिहास की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक है। अपने कलाकारों से लेकर अपने दल तक स्थानीय प्रतिभाओं का उपयोग करते हुए और उत्तराखंड के विभिन्न सुरम्य स्थानों में शूटिंग करते हुए फिल्म को किसी भी मुख्यधारा की बॉलीवुड फिल्म की संवेदनशीलता के साथ बनाया गया है। इसका उद्देश्य अपने लोगों के जीवन और संघर्षों और पहाड़ों के साथ उनके गहरे संबंध को पकड़ना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रेड कार्पेट पर फिल्म के बारे में बोलते हुए निर्माता फ़राज़ शेर ने कहाए कि मेरे लिए माटी पहचान एक बहुत लंबी और चुनौतीपूर्ण यात्रा की परिणति रही है। हमने इस फिल्म को 2018 में शुरू किया था और उत्तराखंड में इस तरह की फिल्म बनाने के लिए बहुत उत्साहित थे। बेशक हमारी पहली फीचर फिल्म होने के नाते हमने इसे अपना सब कुछ दिया, लेकिन किसी को नहीं पता था कि आखिरकार सिनेमाघरों में आने में इतना समय लगेगा। हम तैयार फिल्म से बहुत खुश हैं और यह देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकते कि उत्तराखंड के लोग इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं। क्योंकि यह विशेष रूप से उन्हें समर्पित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फिल्म निर्देशक अजय बेरी ने कहा कि हमने इस फिल्म को एक अनूठी उत्तराखंडी कहानी बताने के लिए बहुत ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ काम किया है। जो लोगों को पसंद आएगी। ट्रेलर और गानों से हमें जो सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। उसे देखकर बहुत संतोष होता है। हम लोगों द्वारा फिल्म देखने और इसे अपना बनाने का इंतजार नहीं कर सकते। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बीचए संस्कृति और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने फिल्म के बारे में यह कहा कि माटी पहचान लोगों के दिल में पहचान बना रही है। भावना दे रही है की अपनी माटी को छोड़ के न जाएं। फिल्म बहुत अच्छी है। पूरी टीम ने बहुत अच्छा काम किया है और हम प्रोत्साहन देते है इस फिल्म को और इसे टैक्स फ्री करने का प्रयास करेंगे। इस फिल्म को सभी उत्तराखंडवासियों से पूरे परिवार के साथ देखने का अनुरोध भी करना चाहूंगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
माटी पहचान का निर्माण फॉर्च्यून टॉकीज मोशन पिक्चर्स के बैनर तले किया गया है और यह उनकी पहली फीचर फिल्म है। माटी पहचान में नवोदित कलाकार करण गोस्वामी और अंकिता परिहार साथ ही चंद्र बिष्ट, वान्या जोशी, आकाश नेगी, पद्मेंद्र रावत, प्रकाश जोशी, रेखा पाटनी और नरेश बिष्ट जैसे उत्तराखंड के कुशल थिएटर और फिल्म अभिनेताओं का एक समूह है। इस फिल्म की कहानी मन मोहन चौधरी ने लिखी है। फिल्म की शूटिंग सिनेमैटोग्राफर फारूक खान ने की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फिल्म का संपादन मुकेश झा ने किया है और प्रज्ञा तिवारी फिल्म की कार्यकारी निर्माता हैं। फ़राज़ शेर ने फिल्म के लिए क्रिएटिव प्रोड्यूसर के रूप में भी काम किया हैं। माटी पहचान फिल्म की टिकट्स बुक माय शो और पेटीएम ऐप्प पर जल्दी उपलब्ध होंगी। फिल्म के ट्रेलर, टीज़र और गाने फार्च्यून टाल्कीस मोशन पिक्चर्स पर उप्लब्ध हैं। माटी पहचान 23 सितंबर को पूरे उत्तराखंड के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म कुमाऊंनी बोली में है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।