ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में खुला सोशियली रिसपोंसिव सेल, जानिए क्या होगा इसका काम
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अपने समाजिक सरोकारों को बढ़ावा देने के लिए और विश्वविद्यालय की समाजिक गतिविधियों को कोरपोरेट जगत से जोड़ने के उद्देश्य से ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में आज ग्राफिक एरा सोशियली रिसपोंसिव सेल का उद्घाटन किया गया। इस सेल का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के सामाजिक सरोकारों से जोड़ना है।
देहरादून स्थित ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में जीइएसआरसी सेल का उद्घाटन करते हुए मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ छात्र-छात्राओं की भागीदारी समाज सेवा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि आज प्रकृति खासकर हिमालय आपदाओं के रूप में घरती पर आने वाल बड़े संकटों का संकेत दे रही है। यह वक्त है जब छात्र-छात्राएं इस धरती के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझे और उसके लिए प्रयास करे। उन्होंने हिमनंदो, वनो और जल संकट जैसी पर्यावरणीय समस्याओं पर चिंता जताते हुए छात्र-छात्राओं को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वाह के लिए आह्वान किया।
ग्राफिक एरा प्रबंधन विभाग की पहल पर बनी इस सेल के उद्घाटन समारोह में हेल्पएज इण्डिया, ममता सामाजिक संस्था, बालाजी सेवा संस्थान, एंगमीज कुंग सोसायटी, सरस्वती जन कल्याण, वेस्ट वारियर्स, हिमवंत फाउंडेशन, नियो विजन फाउंडेशन और नेस्टट एजुकेशन सोसयटी के प्रतिनिधियों का अभिनंदन भी किया गया।
समारोह में ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी जोशी, वाईस चांसलर प्रो. राकेश शर्मा, प्रो वाईस चांसलर एचएन नागाराजा ने अपने विचार वयक्त किए। इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ, प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. नवनीत रावत, गिरिश लखेड़ा, कैप्टन राजश्री थापा, दीपा वर्मा, डा. लीना सचदेवा और मनस्वी चैधरी मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।