कोरोना से निपटने के लिए सरकार के पास नहीं कोई ठोस नीति: धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में बेकाबू कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार के पास न तो कोई ठोस नीति है ना ही कोई कार्य योजना है। इसीलिए अब तक प्रदेश में बारह सौ लोगों की कोरोना संक्रमित होने की वजह से जान चली गयी है। अब तक प्रदेश में 73 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार ने कोरोना मामले में शुरू से ही गैर जिम्मेदाराना रवैय्या अपनाया। इसके कारण राज्य के जो आठ पर्वतीय जिले ग्रीन जोन में थे वो भी संक्रमित हो गए। आज हालात नियंत्रण से बाहर हैं। इसका कारण राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हैं, जो स्वास्थ मंत्री भी हैं।
धस्माना ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में त्रिवेंद्र सरकार ने जनता को मुफ्त टैस्ट व मुफ्त इलाज की सुविधा भी उपलब्ध नहीं करवाई। इस कारण लोगों को मोटी रकम दे कर निजी लैब्स में टेस्ट व निजी हस्पतालों में इलाज करवाना पड़ा। कोरोना के नाम पर राज्य व केंद्र सरकार ने खरबों रुपया सीएसआर व अन्य माध्यमों व दानदाताओं से एकत्रित किया, लेकिन उसे कोरोना पीड़ितों की इलाज पर खर्च नहीं किया। इसलिए जब भी कोविड19 की वैक्सीन आती है, केंद्र व राज्य की सरकार देश की पूरी जनता के लिए उसे निशुल्क उपलब्ध करवाए।
धस्माना ने कहा कि वर्तमान हालात में जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और लोगों की मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य सरकार को इसकी रोकथाम के लिए एक ठोस व प्रभावी कार्य योजना तैयार करनी चाहिए।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।