पीतल में बदल गया केदारनाथ धाम में करोड़ो का सोना, इन आरोपों पर मंदिर समिति ने दिया ये जवाब

उत्तराखंड में अब करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र केदारनाथ धाम में ही सोने से सजावट में घोटाले के आरोप लगे हैं। ऐसे में केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगे सोने को लेकर नया बखेड़ा शुरू हो गया है। आरोप भी गंभीर हैं। आरोप ये हैं कि मंदिर में करोड़ों के सोने की जगह पीतल लगाया गया है। हालांकि, ऐसे आरोपों का मंदिर समिति ने खंडन किया है, लेकिन आमजन भी सच्चाई जानना चाहते हैं कि आखिर सच्चाई क्या है। ऐसे में इसकी यदि विशेषज्ञों से जांच हो तो मामला साफ हो सकता है। क्योंकि जब सवाल उठते हैं तो ऐसे सवालों का जवाब जांच ही होता है। यदि दावे गलत हैं तो जांच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं आरोप
दरअसल, चारधाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। संतोष त्रिवेदी ने मंदिर प्रांगण के बनाए एक विडियो में आरोप लगाया कि मंदिर के गर्भगृह में लगा सवा अरब का सोना पीतल में तब्दील हो गया। वीडियो में पुरोहित ने दावा किया कि गर्भ गृह में सोने की जगह पीतल लगाया गया। इस वीडियो में मंदिर कमेटी पर सोने की जांच न करने का आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की। सोशल मीडिया पर त्रिवेदी का यह दावा धड़ाधड़ शेयर हो रहा है। लोग सच जाने बिना ही केदारनाथ मंदिर समिति पर बरस रहे हैं। संतोष त्रिवेदी का आरोप है कि केदारनाथ धाम में लगाए गए 230 किलो सोने की चोरी की गई है। असली सोने की जगह वहां नकली सोना लगाया गया है। इस वजह से गर्भगृह के सोना अब पीतल की तरह दिखने लगा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मंदिर समिति ने किया खंडन
केदारनाथ मंदिर समिति ने इन आरोपों का खंडन किया है। कहा है कि बिना तथ्यों के भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। ऐसा कर लोगों की भावनाएं आहत करने की कोशिश हो रही है। बीकेटीसी के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने इसका खंडन करते हुए बकायदा इसका खंडन पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों एवं जलेरी को स्वर्ण जड़ित करावाए जाने का काम पिछले वर्ष एक दानी दाता के सहयोग से किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताई सोने की लागत
आरसी तिवारी ने बताया कि इस समय एक वीडियो सोशल मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है, जिसमें सोने की लागत एक अरब पंद्रह करोड़ रुपये बताई गई। यह बिना तथ्यों के भ्रामक जानकारी प्रसारित कर जनमानस की भावनाएं आहत करने का प्रयास किया गया है। बीकेटीसी ने स्पष्ट किया कि केदारनाथ गर्भगृह में 23,777.800 ग्राम सोना लगाया गया है, जिसका वर्तमान मूल्य 14.38 करोड़ है। स्वर्ण जड़ित कार्य के लिए इस्तेमाल कॉपर की प्लेटों का कुल वजन 1,001.300 किलोग्राम है, जिसकी कीमत 29 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि भ्रामक जानकारी फैलाने पर नियमानुसार विधिक कार्रवाई भी की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीकेटीसी ने स्पष्ट किया है कि बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति अधिनियम-1939 में निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप ही दानी दाता से दान स्वीकारा गया है और श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने के लिए प्रदेश शासन से अनुमति ली गई। भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण विभाग के विशेषज्ञों की देख देख में स्वर्ण मंडित करने का कार्य किया गया। बीकेटीसी ने यह भी स्पष्ट किया है कि गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने का कार्य स्वयं दानी दाता ने अपने स्तर से किया है। दानी दाता द्वारा अपने स्तर से ज्वैलर्स से तांबे की प्लेटें तैयार करवाई गई और फिर उन पर सोने की परतें चढ़ाई गईं। दानी दाता ने अपने ज्वैलर्स के माध्यम से ही इन प्लेटों को मंदिर में स्थापित कराया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।