केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में सोना या पीतल, तीर्थ पुरोहितों ने उठाई जांच की मांग, सीएम से करेंगे मुलाकात
केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में सोना है या फिर पीतल। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। इससे संबंधित प्रकरण पर उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड राज्य सरकार से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। इस मांग को लेकर महापंचायत के पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल जल्दी मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से मिलेगा। वही, इस मामले को लेकर केदारनाथ मंदिर समिति खंडन कर चुकी है। उधर, बीजेपी ने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। गौर करने वाली बात ये है कि हर बार की तरह इस बार भी लगे आरोपों की जांच की मांग पर बीजेपी चुप्पी साधे हुए है। साथ ही मंदिर समिति भी जांच की मांग को नजर अंदाज कर रही है। अब तो सोशल मीडिया में भी जांच की मांग उठ रही है। ताकि लोगों को पता चल सके कि हकीकत क्या है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यहां प्रेस को जारी संयुक्त बयान में चार धाम महापंचायत के मीडिया प्रभारी रजनीकांत सेमवाल एवं प्रवक्ता प्रशांत डिमरी ने कहा कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विगत वर्ष दीवारों को स्वर्ण सेआच्छादित किया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरंहितों ने इस मामले को सार्वजनिक किया। सोने में मिलावट है और यह पीतल प्रतीत होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह गंभीर मामला होने के साथ ही करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का विषय भी है। कहा कि महापंचायत इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है। ताकि सही तथ्य सबके सामने आ सके। मीडिया प्रभारी ने कहा कि जल्दी ही महापंचायत के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
दरअसल, चारधाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। संतोष त्रिवेदी ने मंदिर प्रांगण के बनाए एक विडियो में आरोप लगाया कि मंदिर के गर्भगृह में लगा सोना अब पीतल जैसा नजर आता है। वीडियो में पुरोहित ने दावा किया कि गर्भ गृह में सोने की जगह पीतल लगाया गया। इस वीडियो में मंदिर कमेटी पर सोने की जांच न करने का आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की। सोशल मीडिया पर त्रिवेदी का यह दावा धड़ाधड़ शेयर हो रहा है। लोग सच जाने बिना ही केदारनाथ मंदिर समिति पर बरस रहे हैं। संतोष त्रिवेदी का आरोप है कि केदारनाथ धाम में लगाए गए 230 किलो सोने की चोरी की गई है। असली सोने की जगह वहां नकली सोना लगाया गया है। इस वजह से गर्भगृह के सोना अब पीतल की तरह दिखने लगा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केदारनाथ मंदिर समिति ने इन आरोपों का खंडन किया है। कहा है कि बिना तथ्यों के भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। ऐसा कर लोगों की भावनाएं आहत करने की कोशिश हो रही है। बीकेटीसी के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने इसका खंडन करते हुए बकायदा इसका खंडन पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों एवं जलेरी को स्वर्ण जड़ित करावाए जाने का काम पिछले वर्ष एक दानी दाता के सहयोग से किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी ने लगाया कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप
दूसरी तरफ, हर बार की तरह इस बार भी बीजेपी ने केदारनाथ में सोना प्रकरण को लेकर कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। हालांकि, हर बार की तरह इस बार भी बीजेपी ने इस मामले की जांच को लेकर कुछ नहीं कहा है। उत्तराखंड भाजपा ने कहा कि केदारनाथ धाम के गर्भ गृह मे हुए स्वर्णमंडन कार्य मे कांग्रेस और उसके समाजवादी मित्रों का खोट ढूंढना स्वाभाविक है, क्योकि वह हमेशा ही सनातनी संस्कृति और मंदिरो को निशाने पर लेते रहे है और यह उनका मिशन भी रहा है। अन्य धर्मों के मामले मे वह अपने होंठ सिल लेते है और सेकुलर बन जाते है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने सनातन धामों को भव्यता देने के प्रयासों पर बेवजह विवाद खड़ा करने के कांग्रेस और उनके सहयोगियों के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश विदेश से आने वाले लाखों पर्यटक इस कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं, लेकिन सनातन धर्म विरोधी ऐसे राजनैतिक दलों को यह पच नही रहा है और पवित्र धामों एवं देवभूमि की छवि खराब करने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।