छात्राओं को हवाई हमले से बचने, प्राथमिक चिकित्सा का दिया प्रशिक्षण

देहरादून में फूल चंद नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज में नागरिक सुरक्षा संगठन की ओर से छात्राओं को हवाई हमले से बचने, आपदा की स्थिति से निपटने, प्राथमिक चिकित्सा औग अग्नि शमन आदि का प्रशिक्षण दिया गया। ये प्रशिक्षण नागरिक सुरक्षा के उपनियंत्रक एसके साहू के मार्ग दर्शन में दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए उपनियंत्रक ने बताया कि प्राथमिक चिकित्सा, अग्नि शमन, आपदा प्रबन्धन व हवाई हमले से सम्बन्धित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी प्रशिक्षित मास्टर प्रशिक्षण के लिए उपयोगी ट्रेनिंग करवाएंगे। इसमें थ्योरी व प्रयोगात्मक तरीके दोनों तरीके से ही प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरांत स्कूल की छात्राओं को भी नागरिक सुरक्षा संगठन से अग्निशमन दल, प्राथमिक चिकित्सा, आपदा एवं राहत दल में स्वयंसेवक के रूप में जोड़ा जायेगा। समय-समय पर चिकित्सा शिविर, रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण तथा सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान भी पूर्व वर्ष की भांति चलाये जायेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उक्त प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में घटना नियंत्रण अधिकारी नीरज कुमार उनियाल ने बताया कि किसी भी आपदा, हवाई हमले के समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। एक वार्डन का उक्त समय में क्या कार्य होता है। उन्होंने आपदा के समय में अपनाए जाने वाले सुरक्षात्मक उपायों से भी सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया। ऐसे समय में बरती जाने वाली सावधानियों व किन गलतियों को नहीं करना चाहिए इसकी जानकारी दी गई। ममता नागर की ओर से नागरिक सुरक्षा संगठन के विषय में जानकारी दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रशिक्षण के तीसरे दिन वार्डन दीपक चौहान ने कृतिम स्टेचर बनाना व उससे किसी घायल व्यक्ति का परिचालन कराना सिखाया। वार्डन आभा शर्मा ने पानी में डूबते व्यक्ति को बचाने के तरीके बताए। साथ ही कृतिम तरीके से कैसे लाइफ स्पोर्ट सिस्टम बनाए जा सकते हैं, इसकी जानकारी बहुत ही सरलता के साथ दी। डॉ अमजद अली ने आपदा के समय बजने वाले सायरन के विषय में जानकारी दी। साथ ही इसको बजा कर सिखाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रशिक्षण के चौथे दिन गांठों के उपयोग एवं उनको बनाने कि क्रिया से सभी को अवगत करवाया गया। अग्नि शमन दल के सदस्यों द्वारा आग के प्रकार उससे होने वाली हानि व आग बुझाने के उपकरणों की जानकारी से प्रतिभागियों को अवगत करवाया गया। उनके द्वारा उपकरण ना होने पर साधारण तरीके से कैसे आग बुझाई जा सकती है के विषय पर प्रदर्शन व प्रयोगात्मक तरीके से समझाने का प्रयास किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रशिक्षण के अंतिम दिवस में सभी प्रतिभागियों का सामान्य रूप से एक फ़ीड बैंक लिया गया व सभी को उप नियंत्रक एसके साहू व विद्यालय की प्रधानाचार्या मोना बाली ने प्रमाण पत्र वितरित किए। प्रधानाचार्या ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सभी के लिए उपयोगी व सार्थक बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अंजलि नयाल, अशरफ आज़मी, मेहराज मोहन, उषा मनोरी, प्रमोद शर्मा, नीलम वर्मा, सुनीता भट्ट, दीपचंद बुडला, आभा शर्मा, दीपक चौहान, अमजद अली, राकेश दर्पण रावत, तनवीर सिंह, अर्पित सोनकर, अमित वर्मा, कुलदीप सिंह, सुमन सिंह, चंद्र मोहन अरोड़ा, ममता नागर, राजेश सोनकर आदि ने सहयोग किया।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।