शायर और दिल्ली के पीएफ कमिश्नर आलोक यादव की गजल -फिर आने का वादा पतझर में, कई प्लेटफार्म में हुई रिलीज
जाने माने शायर और दिल्ली के पीएफ कमिश्नर आलोक यादव की गजल फिर आने का वादा करके पतझर में, का विडियो आज यूट्यूब म्यूजिक सहित संगीत के कई डिजिटल प्लेटफार्म में रिलीज कर दिया गया। इन प्लेटफार्म में एपल म्यूजिक , स्पोटिफ़ाइ, अमेज़न म्यूजिक, विंक, जियोसावन, रेसो, गाना, हँगामा आदि हैं। इनमें वीडियो के साथ आडियो भी रिलीज हुआ। उनके प्रशंसकों को इसका बेसब्री से इंतजार था।
हिज्र ( विरह ) की इस गजल को सुप्रसिद्ध बॉलीवुड और सूफी गायिका कविता सेठ ने गाया है । मुंबई से कविता सेठ ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि आलोक यादव कि यह गजल हृदयस्पर्शी है और बहुत अच्छी बन पड़ी है । उन्हे विश्वास है यह विडियो उनके प्रशंसकों को पसंद आयेगा और गजल के चाहने वालों के लिए यह संग्रहणीय प्रस्तुति होगी। उन्होने कहा कि भविष्य में वे आलोक यादव कि और गजल गा सकती हैं।
गजल को संगीतबद्ध करने वाली संगीतकार जोड़ी ज्ञानदीप एवं रौनी ने इस अवसर पर प्रसन्नता जाहिर करते हुये कहा कि इस गजल में कमाल कि बलागत और शेरियत है। इसलिए उन्हे इसे कोम्पोज करने में बहुत मजा आया। गजल का विडियो रवि पिक्चर्स मुंबई ने बनाया है। आलोक यादव कि गजलें रेख़ता और कविता कोश जैसी वेबसाइट्स पर भी पढ़ी जा सकती हैं । उनकी गजलों की एक किताब -उसी के नाम, का प्रकाशन इलाहाबाद के लोकभारती (राजकमल समूह ) प्रकाशन से 2016 में हुआ था। जिसके अब तक दो संस्करण आ चुके हैं।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।