Recent Posts

Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Recent Posts

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

February 5, 2025

आम बजट 2023-24: पढ़ें- फायदे और नुकसान, बिगड़ा अडानी का बजट, देखें वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार की दो वीडियो

देश का आम बजट 2023-24 (Union Budget ) पेश कर दिया गया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश किया। इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वित्तमंत्रालय के अधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी और राष्ट्रपति ने बजट को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद वित्तमंत्री सीतारमण संसद भवन पहुंचीं थीं। पीएम मोदी भी संसद पहुंचे। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लाल साड़ी में लाल बही-खाते में बजट लेकर पहुंचीं। कैबिनेट की बैठक के बाद संसद में बजट पेश किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आज बजट पेश करने के लिए वित्तमंत्रालय से कुछ देर पहले निर्मला सीतारमण निकलीं थीं। निर्मला सीतारमण लगातार पांचवीं बार बजट पेश किया। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ये सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है। इसलिए इस बजट में कर्मचारी तबके का भी ध्यान रखा गया है। सुबह 11 बजे संसद में बजट पेश किया गया। इससे पहले मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश किया था। इसमें साल 2023-24 में 6 से 6.8 फ़ीसदी विकास का अनुमान जताया गया है। मौजूदा वित्त वर्ष में ये 7 फ़ीसदी है.2021-22 में विकास दर 8.7 फ़ीसदी थी। यहां बता दे कि ये इसलिए ज्यादा है, क्योकि कोरोना के असर से अर्थव्यवस्था कमजोर हुई थी। सर्वे के मुताबिक कोरोना महामारी में हुए नुक़सान से अर्थव्यवस्था उबर गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

अब सात लाख सालाना से कम आय वालों को टैक्स में छूट
पर्सनल इनकम टैक्स में पांच बातें है। मिडिल क्लास को अभी 5 लाख तक कोई टैक्स नहीं देना होता है अब यह 7 लाख सालाना होगी। सालाना 7 लाख रुपये तक की आय वालों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। यह छूट नई टैक्स व्यवस्था का चयन करने वालों को मिलेगी। अब 6-9 लाख रुपये तक की सालाना आय पर 10 प्रतिशत का टैक्स लगेगा।
12-15 लाख रुपये सालाना आय वालों पर 20 प्रतिशत की दर से टैक्स लगेगा
15.5 लाख रुपये तक की आय वालों को 52 हजार रुपये का फायदा मिलेगा। अब तीन लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। 12-15 लाख रुपये सालाना आय वालों पर 20 प्रतिशत की दर से टैक्स लगेगा। 15 लाख से ऊपर सालाना आय वालों को 30 प्रतिशत तक टैक्स देना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

https://youtu.be/MmUqX-kRvBI

पूरा टैक्स स्लैब ऐसे समझें
अब तीन लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
अब यह 3-6 लाख तक सालाना आय वालों को 5 फीसदी टैक्स देना होगा।
अब 6-9  लाख रुपये तक की सालाना आय पर 10 प्रतिशत का टैक्स लगेगा।
अब सात लाख रुपये से कम सालाना आय वालों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। यह नई टैक्स रिजीम चुनने वालों को  लाभ मिलेगा।
9-12 लाख रुपये सालाना आय वालों को 15 प्रतिशत का टैक्स लगेगा।
माना जा रहा है कि 15.5 लाख रुपये तक की आय वालों को 52 हजार रुपये का फायदा होगा।
12-15 लाख रुपये सालाना आय वालों पर 20 प्रतिशत की दर से टैक्स लगेगा।
15 लाख से ऊपर सालाना आय वालों को 30 प्रतिशत तक टैक्स देना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

क्या सस्ता और क्या हुआ महंगा
टीवी सस्ता होगा। इम्पोर्ट ड्यूटी कम होगी। इलेक्ट्रिकल सामान भी सस्ता होगा। मोबाइल के पार्ट्स के दाम भी कम होंगे क्योंकि कस्टम ड्यूटी कम की गई है। चांदी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। इसका मतलब है कि चांदी कुछ महंगी होगी। यानि सोना चांदी और हीरा महंगा होगा।
ये हुआ सस्‍ता
इलेक्ट्रिक कार भी होंगी सस्ती। लिथियम आयन बैटरी के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट दी गई है।
टीवी सस्ता होगा। इम्पोर्ट ड्यूटी कम होगी। इलेक्ट्रिकल सामान भी सस्ता होगा। टेलीविजन के ओपन सेल के कलपुर्जों पर सीमा शुल्क घटाकर 2.5 प्रतिशत किया गया है।
मोबाइल के पार्ट्स के दाम भी कम होंगे, क्योंकि कस्टम ड्यूटी कम की गई है।
लैब-निर्मित हीरे के सीड्स पर कस्टम ड्यूटी में छूट।
रबर में भी ड्यूटी कम की गई है।
खिलौने, साइकिल, ऑटोमोबाइल सस्ते होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये हुआ महंगा
चांदी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। इसका मतलब है कि चांदी कुछ महंगी होगी। यानि सोना चांदी और हीरा महंगा होगा।
सिगरेट महंगी होगी।
महिला सम्मान बचत पत्र को शुरू किया जाएगा
महिला सम्मान बचत पत्र को शुरू किया जाएगा। यह दो साल के लिए मिलेगा। यह मार्च 2025 तक के लिए होगा। दो साल तक दो लाख रुपये जमा करा सकेंगी महिलाएं। 7.5 प्रतिशत का ब्याज देने की भी घोषणा सरकार की ओर से की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक ऐप बनाया जाएगा
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक ऐप बनाया जाएगा जिस पर हर प्रकार की जरूरी जानकारी उपलब्ध होगी। देखो अपना देश इनिशिएटिव के तहत देश के भीतर पर्यटन को बढाया जाएगा। स्वदेश दर्शन स्कीम भी लागू की जाएगी. इसके लिए 50 जगहों का चयन किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वैकल्पिक खाद के लिए पीएम प्रणाम योजना
वैकल्पिक खाद के लिए पीएम प्रणाम योजना शुरू की जाएगी। एक करोड़ किसानों को जैविक खेती से जोड़ा जाएगा। जैविक खेती के लिए लक्ष्य के साथ काम होगा।
नेशनल हाईड्रोजन मिशन के लिए 19700 करोड़ रुपये
डिजिलॉकर कार्यक्रम को और बढ़ाया जाएगा. नेशनल हाईड्रोजन मिशन के लिए 19700 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। हाईड्रोजन का उत्पादन 5 एमएमटी किया जाएगा. यह लक्ष्य 2030 तक हासिल किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विपक्षी दलों ने दी ये प्रतिक्रिया
जानकार इसे पब्लिक बजट बता रहे हैं, लेकिन पापुलर बजट नहीं बता रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने इसे कारपोरेट बजट बताया। साथ ही कहा कि सरकार ने बजट के नाम पर आम जनता को बेवकूफ बनाया। पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि इसमें गरीब, किसानों, महिलाओं और युवाओं को कुछ नहीं दिया गया है। आयकर में सिर्फ 50 हजार की छूट भी ऊंट के मुंह में जीरा है। वहीं, टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बजट में महिलाओं को कुछ नहीं मिला। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बजट में कुछ भी नहीं नहीं है। इसमें पार्टी से ज्यादा देश से लिए बजट होता तो बेहतर होता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने बजट को गरीब विरोधी जनविरोधी और महिला विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा है इसमें ना तो किसानों को कोई छूट मिली है और ना ही महिलाओं के रसोई में बढ़ रहे खर्च पर अंकुश लगाया गया है। उन्होंने इस बजट में पर्वतीय राज्यों की भी उपेक्षा का आरोप लगाया है।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page