युवा कवि नवीन जोशी की गढ़वाली कविता-एक विनम्र प्रार्थना वोट देण वास्ता

एक विनम्र प्रार्थना वोट देण वास्ता
अगर बग्त छ घोरदग्डियो
एक बार सोच ल्या
अपणी थाती माटी खातिर
बोट जरुर ध्या
अपणा पराया का भेद न करा
अच्छा नेता की परख कर ल्या
अपणा हक खातिर घोरदग्डियों
तुम जरुर बोट दिया
18 साल सी होदु बोट कु अधिकार
यें अधिकार समझी बणा सरकार
उत्तराखंड की बोट संस्कृति हो प्रचार
जब बोट दिक दिखेला तुम संस्कार
दारु मासु मा नैंथ नि डुबोणी
दाना सयाणो तैं भी बोट दिलौणी
अपणु बोट मनमर्जी कु देण दिलोणी
उत्तराखंड की माटी कु ध्यान रखणी
जातपात क्षेत्रबाद अपवाद का गधेरा नि बग्ण
उंचु हिमालय कु कैलाश घोरदग्डियो जरुर देखण
विनम्र प्रार्थना घोरदग्डियो धूल(नवीन) कि तुम सी
समाज का विकास वास्ता
बोट जरुर देण
कवि का परिचय
नाम-नवीन जोशी
कवि टिहरी गढ़वाल के पिलखी के पोस्टऑफिस में उपडाकपाल के पद पर कार्यरत हैं। वह टिहरी गढ़वाल के थौलधार विकासखंड के कोट गांव के निवासी हैं। कविता लिखना उनका शौक है।





