गैरसैंण को जिला बनाने से पहले कमिश्नरी का दर्जा दिया जाना हैरानी भरा कदम: धीरेंद्र प्रताप
उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने गैरसैंण को जिले का दर्जा दिए बगैर ही कमिश्नरी का दर्जा दिए जाने पर हैरानी व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री का ऐलान एक तरह से दिल बहलाने के लिए ग़ालिब ख्याल अच्छा है।
उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने गैरसैंण को जिले का दर्जा दिए बगैर ही कमिश्नरी का दर्जा दिए जाने पर हैरानी व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री का ऐलान एक तरह से दिल बहलाने के लिए ग़ालिब ख्याल अच्छा है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण को कमिश्नरी का दर्जा दिए जाने से पहले जिले का दर्जा दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इससे मुख्यमंत्री की प्रशासनिक क्षमता पर प्रश्न उठे हैं। इस पूरे फैसले में अपरिपक्वता नजर आती हैं।
उन्होंने राज्य के बजट में उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियो की पेंशन राशि ना बढ़ाए जाने की भी आलोचना की है। बजट में न ही सरकारी नौकरियां हैं। न ही शिक्षा, स्वास्थ्य आदि पर कोई नीति नजर आती है। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा के चुनाव सन 2022 में आएंगे मुख्यमंत्री को इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
धीरेन्द्र प्रताप जी का कहना ठीक है पहले जिला बनता तब कमिश्नरी होती यह मुख्यमंत्री की अपरिपक्वता को दरवाजा है