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November 11, 2024

आज से उत्तराखंड में पांच दिन तक होगी बारिश, तेज रफ्तार में चलेंगी हवाएं, दिल्ली एनसीआर भी भीगेंगे

मानसून से पहले अब उत्तर भारत में प्री मानसून की बारिश ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में आज यानी कि 21 मई से 25 मई तक बारिश का दौर जारी रहेगा। साथ ही तेज आंधी, ओलावृष्टि की भी संभावना है।

मानसून से पहले अब उत्तर भारत में प्री मानसून की बारिश ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में आज यानी कि 21 मई से 25 मई तक बारिश का दौर जारी रहेगा। साथ ही तेज आंधी, ओलावृष्टि की भी संभावना है। ऐसे में दो दिन का यलो अलर्ट और दो दिन का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान तेज रफ्तार में हवाएं चलेंगी। इसकी गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। वहीं, दिल्ली एनसीआर में भी शुक्रवार से बारिश ने दस्तक दी। आज शनिवार को भी तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना है।
दिल्ली में मौसम का हाल
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले आज भी दिल्ली-NCR में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चल सकती है और कई इलाकों में बारिश हो सकती है। IMD ने कहा है कि दक्षिण, दक्षिण पूर्व दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, रेवाड़ी, सोहाना, फरुखनगर और मानेसर (हरियाणा) के अलग-अलग स्थानों के आसपास और उससे सटे क्षेत्रों में 30-40 किमी / घंटा की गति के साथ धूल भरी आंधी आ सकती है। इससे पहले दिल्ली में शुक्रवार की शाम गरज के साथ बूंदा बांदी और तेज हवाओं के चलने से राजधानी वासियों को गर्मी से कुछ राहत मिली। हालांकि, दिन में सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस साल अब तक का सबसे अधिक तापमान है।
ये रहा तापमान
शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ में पारा 47.5 डिग्री सेल्सियस और शहर के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों के मुंगेशपुर में 47.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. पीतमपुरा, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, जाफरपुर, रिज और पालम के मौसम केंद्रों में पारा क्रमश: 47 डिग्री सेल्सियस, 46.2 डिग्री सेल्सियस, 46.1 डिग्री सेल्सियस, 46 डिग्री सेल्सियस, 45.7 डिग्री सेल्सियस और 45.1 डिग्री सेल्सियस तक उछला।
देहरादून में तापमान
उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला शुरू होने के बाद तापमान में भी गिरावट आई है। जहां अप्रैल और मई माह की शुरुआत में कई बार तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था। अब इसमें भारी गिरावट दर्ज की गई है। देहरादून में शनिवार 21 मई को भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान 36 व 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसी तरह रविवार 22 मई को तापमान गिरेगा और अधिकतम 32 व न्यूनतम 22 डिग्री रहेगा। सोमवार 23 मई को अधिकतम और न्यूनतम तापमान 31 व 21 डिग्री रहने की संभावना है। मंगलवार 24 मई को इसमें और गिरावट संभव है और यह 29 व 21 डिग्री तक पहुंच सकता है। ऐसे में लोगों को राहत मिलेगी। बुधवार 25 मई अधिकतम 32 व न्यूनतम 22 डिग्री रहने की संभावना है। इसके बाद तापमान में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
उत्तराखंड में आज का मौसम
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह की ओर से जारी मौसम रिपोर्ट के मुताबिक, आज 21 मई को उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में अनेक स्थानों पर, शेष जिलों के पर्वतीय स्थानों तथा मैदानी क्षेत्र में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
आगामी मौसम का पूर्वानुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में 22 मई से लेकर 25 मई तक हल्की से मध्यम बारिश गर्जन के साथ होगी। इस दौरान ओलावृष्टि, बिजली चमकने, तेज हवाएं चलने की संभावना है। ऐसे में सचेत रहने की सलाह दी गई है।

दो दिन यलो और दो दिन ओरेंज अलर्ट
राज्य में आज 21 और 22 मई का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। आकाशीय बिजली चमकने, ओलावृष्टि और तेज बौछार पड़ने की भी संभावना है। 23 व 24 मई का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन दो दिन देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ तथा नैनीताल जिले में कहीं कहीं भारी बारिश की संभावना है। पर्वतीय क्षेत्र में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा और मैदानी क्षेत्र में 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है। साथ ही ओलावृष्टि, बिजली चमकने की चेतावनी भी दी गई है।
दी गई है ये सलाह
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने आज 21 मई से लेकर 25 मई तक सतर्क रहने की सलाह दी है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा है। तेज हवाओं से पेड़ उखड़ने की भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं। बिजली गिरने से मवेशियों या अन्य लोगों को खतरा हो सकता है। साथ ही ओलावृष्टि से फसल को नुकसान पहुंच सकता है। तेज हवाओं के चलने के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने, घरों की खिड़की आदि बंद रखने, बिजली के उपकरणों पर हाथ न लगाने की सलाह दी गई है। साथ ही नदी और नालों के किनारे रहने वालों को सतर्क रहने को कहा गया है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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