Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

February 23, 2025

हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में निशुल्क गठिया स्वास्थ्य शिविर, 60 मरीजों की जांच, जानिए लक्षण और निदान

देहरादून के डोईवाला में हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में निशुल्क गठिया स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 60 मरीज पहुंचे। इनमें अधिकतर मरीज एंकायलूजिंग स्पॉन्डिलाइटिस व रूमेटाइड आर्थराइटिस से पीड़ित मिले। बुधवार को हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में आयोजित निशुल्क गठिया स्वास्थ्य शिविर में पहुंचे मरीजों की डॉ. योगेश प्रीत सिंह ने जांच की। इसमें अधिकतर एंकायलूजिंग स्पॉन्डिलाइटिस व रूमेटाइड आर्थराइटिस से पीड़ित पाये गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इन रोगियों को चिकित्सक ने दवाई देने के साथ ही उन्हें एक्सरसाइज का नियमित रूप से करने की सलाह दी। शिविर में पहुंचे सभी मरीजों का निशुल्क पंजीकरण किया गया। इस दौरान डॉ. योगेश प्रीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कई बार मरीज गठिया के लक्ष्णों को न्यूरो से संबंधित मान लेता है। न्यूरो संबंधित रोग में हाथ और पैरों मे सुन्नपन, कम सनसनी होती है, वहीं गठिया में जोड़ो व आसपास दर्द होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि गठिया के लक्ष्णों के बारे में जानकारी के अभाव में मरीज की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। गठिया के लक्षण होने पर चिकित्सक से तुरंत मिलें इसमें लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। डॉ. योगेश प्रीत सिंह ने बताया कि यह रोग किसी एक कारण से नहीं होता। शरीर में विटामिन डी की कमी से मरीज की अंगुलियों, घुटने, गर्दन, कोहनी के जोड़ों में दर्द की शिकायत होने लगती है। इस बीमारी पर काबू पाने के लिए फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज रोजाना करनी चाहिए। जंक फूड से परहेज जरूरी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने बताया कि खानपान में परहेज न करना इसका मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि गठिया से पहले जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है, फिर यह अपने विकराल रूप में आते-आते उठने-बैठने और चलने-फिरने में परेशानी पैदा करने लगता है। शरीर का वजन भी बढ़ने लगता है। मोटापे से जहां हाइपरटेंशन, हार्ट फेलियर, अस्थमा, कोलेस्ट्राल, बांझपन समेत 53 तरह की बीमारियां पैदा हो जाती हैं, वहीं शरीर में गठिया के बने रहने से रक्तचाप और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज और मुश्किल हो जाता है।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page