पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी का कोरोना से निधन, हरीश रावत बोले-कमर टूट गई, जानिए उनके बारे में
उत्तराखंड में कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी का आज देहरादून के मैक्स अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। वह कोरोना से संक्रमित थे। उन्हें कुछ दिन पहले मैक्स में भर्ती कराया गया था। वर्ष 2012 में कर्णप्रयाग से विधायक बनने पर कांग्रेस शासनकाल में वह विधानसभा में डिप्टी स्पीकर भी रहे। इससे पहले वह बदरीनाथ विधानसभा से भी विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में वह देहरादून स्थित इंद्रप्रस्थ नत्थनपुर में रह रहे थे।
जन्म व शिक्षा
अनुसूया प्रसाद मैखुरी का जन्म चार अप्रैल 1951 को चमोली जिले की कर्णप्रयाग तहसील के मैखुरा गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम अमरदेव मैखुरी था। प्राथमिक शिक्षा के बाद उन्होंने एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के एमए, एलएलपी, पीएचजी की।
राजनीतिक सफर
अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने राजनीतिक सफर की शुरुआत गांव की राजनीति से की। वह ग्राम प्रधान बने। इसके बाद कर्णप्रयाग ब्लॉक के प्रमुख भी रहे। वर्ष 2002 में भाजपा के दिग्गज केदार सिंह फोनिया को हराकर बदरीनाथ विधानसभा का चुनाव जीता। वह चारधाम विकास परिषद और चारधाम बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष भी रहे। वर्ष 2012 से 2017 तक में कर्णप्रयाग विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद वह उत्तराखंड विधानसभा में डिप्टी स्पीकर भी रहे। उन्होंने डिप्टी स्पीकर रहते हुए पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल के साथ गैरसैंण में उत्तराखंड की राजधानी बनाने की मांग का पूरा समर्थन किया था।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने दी श्रद्धांजलि
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने भी सोशल मीडिया के जरिये अनुसूया प्रसाद मैखुरी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा- मेरे दोस्त, उत्तराखंड की राजनीति के एक बहुत ही सुप्रसिद्ध, कर्मठ, समर्पित सेवा भाव वाले राजनेता, हमारी विधानसभा के यशस्वी उपाध्यक्ष रहे। चमोली और कर्णप्रयाग क्षेत्रों का विधानसभा में बहुत योग्यता के साथ प्रतिनिधित्व किया। गैरसैंण के विकास और वहां की आकांक्षाओं को एक नया आयाम दिया। डॉ. Anusuya Prasad Maikhuri, (ए.पी. मैखुरी) बद्रीधाम, चारधाम परिषद के अध्यक्ष पद को सुशोभित कर चुके, एक ऐसे व्यक्ति जिनका निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। पूरे उत्तराखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका यूं ही चला जाना बहुत दु:खद है।
कोरोना के खिलाफ मानवता जंग में हुए शहीद
हरीश रावत ने आगे कहा कि-कोरोना के खिलाफ मानवता की जंग में अनुसूया प्रसाद मैखुरी जी शहीद हो गये। मैं, उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके परिवार तक और उनका परिवार तो बहुत बड़ा परिवार था, कांग्रेस परिवार उन्ही का परिवार था। पूरा चमोली, गैरसैंण, कर्णप्रयाग, गौचर, पिंडर घाटी, जोशीमठ सारा क्षेत्र उन्हीं का परिवार था। पूरा गढ़वाल व कुमाऊँ अंचल उनका परिवार था। जितने समाजसेवी लोग हैं वो उनके लिए एक उदाहरण थे। ये सारे लोग जैविक और भावनात्मक सहयोगी हैं। उन सबके प्रति मैं, अपनी हार्दिक संवेदना प्रेषित करता हूं। अनुसूया प्रसाद मैखुरी जी आप हमें हमेशा याद आते रहेंगे। आपका जाना बहुत दु:खद रहा। इसने कमर तोड़ दी।
कांग्रेस मुख्यालय में शोक सभा
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के दिगज्ज नेता पूर्व उपाध्यक्ष विधानसभा अनसुइया प्रसाद मैखुरी के देहांत का समाचार जैसे ही कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में पहुंच वहां शोक की लहर फैल गयी। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में आज पार्टी मुख्यालय में बैठक थी, जिसमें किसान कानूनों पर प्रस्ताव पारित हुआ था। मैखुरी के देहांत का समाचार मिलते ही पार्टी ने शोक सभा आयोजित कर दिवंगत नेता को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ने इस अवसर पर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्री मैखुरी एक लोकप्रिय व सौम्य नेता थे। उनके निधन से गढ़वाल ने एक दिगज्ज नेता खोया है जिसकी पूर्ती बड़ी मुश्किल है। शोक सभा में पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, विजय पाल सजवाण, आयरेन्द्र शर्मा, धीरेंद्र प्रताप, महामंत्री विजय सारस्वत, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, अजय सिंह, प्रदेश सचिव शोभा राम, राजेश शर्मा, नवीन पयाल, शांति रावत, मंजू पंवार, जिला अध्यक्ष संजय किशोर, जिला अध्यक्ष परवादून गौरव चौधरी, महानगर अध्यक्ष लाल चंद, कमर सिद्दीकी, महेश जोशी, अनुज दत्त शर्मा, ललित भद्री आदि उपस्थित थे। शोक सभा के अंत में दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।