पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने एसआरएचयू कैंपस में पौधरोपण कर जन्माष्टमी को बनाया यादगार, पेयजल योजना का किया शिलान्यास
डोईवाला में जन्माष्टमी के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (SRHU) के कुलपति डॉ. विजय धस्माना से साथ ही मेडिकल स्टूडेंट्स ने कैंपस में पौधरोपण किया। सोमवार को एसआरएचयू प्रांगण में चलाए गए पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तीज- त्योहारों पर पौधरोपण जैसे अभियान के जरिये युवा पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ती है। पर्यवारण सरंक्षण के लिए पौधरोपण आज समय की जरूरत बन गया गया। हर एक पर्व पर पौधरोपण कर उसे यादगार बनाएं।
इस मौके पर कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता को लेकर विश्वविद्यालय का विजन साफ है। यदि पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो ही मानव जाति का अस्तित्व भी सुरक्षित रहेगा। डॉ. विजय धस्माना ने विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों से आह्वान किया कि पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता को मूल कर्तव्य समझकर दूसरों को भी इस संबंध में जागरुक करें। इसी कड़ी में पीपल, नीम, बरगद, पिलखन गुलमोहर आदि की करीब 100 पौधों का रोपण किया। इस अवसर पर डॉ. विनीत मेहरोत्रा, अमरेंद्र कुमार सहित आदि उपस्थित रहे।
क्षतिग्रस्त पुल का किया निरीक्षण
इससे पहले उत्तरकाशी प्रवास से लौटते ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रानीपोखरी पहुंचकर क्षतिग्रस्त हुए पुल का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही संबंधित अधिकारियों को शीघ्रातिशीघ्र नव-निर्माण प्रक्रिया को आरंभ करने के निर्देश दिए। पूर्व मुख्यमंत्री जी ने उत्तरकाशी से ही क्षतिग्रस्त पुल के नव-निर्माण के लिए जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को पहले ही निर्देशित किया था। ताकि जनता को आवागमन में ज्यादा समय तक दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।
55 करोड़ की पेयजल योजना का शिलान्यास
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जल संस्थान की ओर से नत्थनपुर में आयोजित विश्व बैंक पोषित अर्द्धनगरीय क्षेत्रों के लिए उत्तराखंड पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद देहरादून की लगभग 55 करोड़ की नत्थनपुर पेयजल योजना का शिलान्यास किया। उन्होंने योजना की गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण करने के विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। पूर्व सीएम ने कहा कि जनता को पर्याप्त मात्रा में पेयजल की आपूर्ति हो, यह हमारी सरकार का हमेशा से ही प्रयास रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस योजना के पूर्ण होने से जनपद देहरादून के 18 से अधिक क्षेत्र लाभान्वित होंगे और इन क्षेत्रों की पेयजल समस्या बहुत हद तक दूर हो सकेगी।





