अंकिता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर 24 घंटे के धरने पर बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत

हरीश रावत ने विभिन्न संगठनों को भी अपने इस धरने में शामिल होने का आवाहन किया था। इसमें सीपीआई सीपीएम और अन्य संगठनों से जुड़े लोग भी हरीश रावत के धरने में शामिल हुए हैं। सर्दी में धरनास्थल पर अलाव की व्यवस्था भी की गई है। अलाव की आग में काले भट्ट तवे में भुनकर सर्दी के असहास को दूर करने का प्रयास किया जाता रहा। हरीश रावत ने कहा कि किसी पर अविश्वास का सवाल नहीं है, लेकिन उत्तराखंड के भविष्य को बचाना है तो अंकिता को न्याय दिलाना होगा। हरीश रावत ने ये भी कहा कि वीआईपी का नाम सामने आना चाहिए। वीआईपी की खोज होनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि वनंतरा प्रकरण में बेटी को न्याय मिलना चाहिए। कहा कि वनंतरा रिसार्ट में वीआइपी को लेकर राज्य सरकार के मंत्री का जो बयान आगे आया है, वह भविष्य में मुकदमे को प्रभावित कर सकता है। हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा रिसार्ट की रिसेप्शनिस्ट ने वाट्सएप चेटिंग में कहा है कि उस पर रिसार्ट में वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव डाला जा रहा था। इस संबंध में वीआइपी की उपस्थिति गंभीर मामला है। वहीं इस दौरान हरीश रावत ने उत्तराखंड विधानसभा में हुई बैक डोर नियुक्तियों का मामले में भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर ये नियुक्तियां अवैध है तो नियुक्ति पाने वाला दोषी नहीं है, बल्कि नियुक्ति देने और दिलवाने वाला दोषी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के धरने पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने पलटवार किया है। उनका कहना है कि हरीश रावत पहले अपनी पार्टी के बारे में सोचें कि उनकी पार्टी की क्या स्थिति हो गई है। तब दूसरों के हितों की बात करें। उन्होंने कहा कि हरीश रावत कभी चुनावों के दौरान दलित को मुख्यमंत्री बनाने की बात करते हैं, कभी मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाते हैं, तो कभी गंगा स्नान करने पहुंच जाते हैं। और तो और विधानसभा चुनावों के दौरान अपना टिकट तक फाइनल नहीं करा पाए कि उन्हें चुनाव कहां से लड़ना है। ऐसी स्थिति में हरीश रावत का यह धरना किस लिए है यह कुछ नहीं कहा जा सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से 18 सितंबर की रात से संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य है। पुलकित आर्य रिजॉर्ट का मालिक है। विनोद आर्य और उनके दूसरे बेटे अंकित आर्य को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।