पूर्व सीएम हरीश रावत बोले- चुनाव नजदीक आने पर भाजपा को याद आती है सेवा
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर करारा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं तो भाजपा को सेवा कार्य याद आते हैं।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर करारा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं तो भाजपा को सेवा कार्य याद आते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलने पर पंचायत चुनावों को जिम्मेदार बताया।
इन दिनों भाजपा के पदाधिकारी, नेता, मंत्री सभी गांव गांव में जाकर सेवा कार्यों में जुटे हैं। ऐसा राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर किया जा रहा है। कुछ समय पूर्व पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा संगठन और आरएसएस की बैठक हुई थी। इसमें चिंता व्यक्त की गई थी कि कोरोना को लेकर सरकार की जो किरकिरी हुई, जनता में जो अविश्वास आया है, उसे दूर करने के लिए कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाना होगा। तय किया गया था कि यूपी, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अब जनता के बीच जाकर सेवा कार्य करना होगा। साथ ही सरकार की उपलब्धियां बतानी होंगी।
इसके तहत ही 30 मई को केंद्र में भाजपा सरकार के सात साल पूरे होने पर गांव गांव में जाकर सेवा कार्यों का अभियान चलाया गया। साथ ही युवा मोर्चा कार्यकर्ता रक्तदान करते नजर आए। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर कहा कि-आजकल भाजपा के ढोलची सेवा-सेवा, सेवा कह रहे हैं।सरकार तो चौबीसों घंटे, पांचों वर्ष सेवा करती है। वहीं, भाजपा जब केवल चुनाव नजदीक आते हैं, तब सेवा करती है। चुनाव नजदीक आते देखकर अब भाजपा के लोगों को सेवा नजर आ रही है। पहले मेवा में शामिल रहे और अब जनता से कह रहे हैं, हम सेवा करेंगे।
पंचायत चुनाव को लेकर कही ये बात
हरीश रावत ने उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलने को लेकर पंचायत चुनावों को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा कि- यूपी में कोरोना संक्रमण को फैलाने में पंचायती चुनावों की बड़ी भूमिका रही है। हरिद्वार में पंचायती चुनाव किसी समय भी हो सकते हैं, क्योंकि प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हुये बहुत समय निकल चुका है। सरकार व राजनैतिक दलों को विचार करने की जरूरत है, क्या इस समय जब हमारे राज्य के अन्दर 2 प्रतिशत लोगों को भी वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, कोरोना वारियर्स को भी हम सबको वैक्सीनेट नहीं कर पाये हैं। आशाएं, आंगनबाड़ी दूसरी जो ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही हैं, उनके सामने भी वैक्सीनेशन करवाने की चुनौती है।
उन्होंने आगे लिखा कि- पंचायती चुनाव या कोई और चुनाव भी हों, वो संक्रमण फैला सकते हैं। मैं, तीरथ सिंह जी और सबसे आग्रह करना चाहूंगा कि एक समय सीमा तय कर दें, दो या तीन महीने के अन्दर वैक्सीनेशन करवा लें और उस हिसाब से चुनाव का शेड्यूल निकालें।
उन्होंने कहा कि-भाजपा इन बातों पर गौर समय पर करती नहीं और उसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ सकता है। इसलिये वैक्सीनेशन की पहले समय सीमा तय करिये, उस हिसाब से आप पंचायत चुनाव और दूसरे चुनावों में जाने की बात साचिये।
हरीश रावत जी ने बिलकुल सही कहा, भाजपा वाले गिरगिट है चुनाव आते रंग बदलने लगे हैं