कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर उतरी सपा, पहले अखिलेश यादव को किया नजरबंद, फिर किया गिरफ्तार
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के समर्थन में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी आ गए हैं। वह कन्नौज पहुंच यात्रा निकालना चाह रहे थे, लेकिन लखनऊ में ही उन्हें धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया गया है। कुछ देर पहले उन्होंने ट्वीट किया, जहां तक जाती नजर वहां तक लोग तेरे खिलाफ हैं। ऐ ज़ुल्मी हाकिम तू किस-किस को नजरबंद करेगा। ट्वीट के कुछ देर बाद वे लखनऊ से किसान यात्रा की शुरुआत कर रहे थे, लेकिन उन्हें घर के पास ही रोक दिया गया। उनकी गिरफ्तारी को लेकर कोरोना का हवाला दिया गया। बता दें कि भारत बंद का 13 दलों का समर्थन है सपा उसमें से एक है। इस दौरान समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है। लखनऊ में अपने आवास में करीब छह घंटा नजरबंद रहे अखिलेश यादव ने अपने आवास के पास विक्रमादित्य मार्ग पर धरना दिया और मीडिया को संबोधित किया। ।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव बंदरियाबाग चौराहे पर सड़क के बीच में धरने पर बैठे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कोरोना वायरस को एक बहाना बनाया है। भाजपा के लिए किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए कोरोना वायरस कहीं पर भी नहीं है, लेकिन विपक्ष अगर कहीं पर भी कुछ करता है तो सरकार कोरोना का बहाना बना लेती है। अब तो यह सरकार भरपूर तानाशाही कर रही है। हर जगह पर पुलिस के दम पर हमें रोका जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। सरकार किसानों की नहीं सुन रही है। किसान, गरीब, मजदूर सब परेशान हैं।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर उनके आवास में ही नजरबंद किया गया था। अखिलेश यादव के आवास के साथ ही विक्रमादित्य मार्ग पर सपा कार्यालय को भी बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया था । गौतम पल्ली थाना की फोर्स के साथ ही लखनऊ के अन्य थाना क्षेत्र की फोर्स को अखिलेश यादव के आवास के पास में तैनात किया गया।
अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पर जा रहे रहे पार्टी के दो एमएलसी उदयवीर सिंह तथा राजपाल कश्यप को भी पुलिस ने सड़क पर ही रोक दिया। दोनों नेताओं ने अपना परिचय देने के साथ ही अपना आई कार्ड भी दिखाया, इसके बावजूद भी उन्हें रोका गया। एमएलसी राजपाल कश्यप और आशु मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। राजपाल कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार अखिलेश यादव से घबरा गई। यहां पर किसानों की आवाज उठाने पर अन्याय किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और सरकार की नीतियों के विरोध में समाजवादी पार्टी द्वारा गत सोमवार से तीन दिवसीय प्रदेशव्यापी जन-आंदोलन किया जा रहा है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।