सर्दियों में भी धधक रहे उत्तरकाशी के जंगल, पशुओं के लिए एकत्र किया चारा भी स्वाहा
इस बार सर्दियों में भी उत्तरकाशी के जंगल लगातार धधक रहे हैं। इससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। जंगलों में मवेशियों के लिए ग्रामीणों की ओर से एकत्र किया चारा भी आग की चपेट में आने से स्वाहा हो गया।
इस बार फायर सीजन तो राहत देने वाला रहा और जंगलों में आग की घटनाएं कम रही। वहीं, अब सर्दियों में उत्तराखंड में उत्तरकाशी के जंगल धधकने लगे हैं। रात को जिला मुख्यालय से आसपास की पहाड़ियों के जंगल आग से लाल नजर आते हैं। वहीं, दिन के समय इन जंगलों की तरफ धुआं उठता दिखता है।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से दो किलोमीटर आगे बाड़ाहाट और मुखेम रेंज के जंगलों में आग लगने से तिलोथ, मांडो, चिल्याण आदि क्षेत्र के लोग चिंतित है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने सर्दियों के लिए जंगलों में बनाए गए बाड़े में मवेशियों के लिए घास एकत्र कर रखा था। जो आग की भेंट चढ़ गया। ऐसे में बर्फबारी के दौरान मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, वन विभाग आग को लेकर सोया हुआ है। अभी तक आग पर काबू नहीं किया गया है।
डीएफओ उत्तरकाशी संदीप कुमार ने बताया कि सभी कर्मचारी आग बुझाने का कार्य कर रहे हैं। जंगलो में सुखी घास होने के कारण इन इस पर काबू नही पाया जा रहा है। साथ ही फायर ब्रिगेड व आपदा कर्मी भी आग बुझाने में लगे हुए हैं।
उत्तरकाशी से हरदेव पंवार की रिपोर्ट।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।