सीएम ने गैरसैंण में किया ध्वजारोहण, लेकिन आंदोलनकारियों को किया निराश, अब होगा आंदोलनः धीरेंद्र प्रताप
उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने स्वाधीनता दिवस के मौके पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी की ओर से राज्य आंदोलनकारियों के संदर्भ में एक शब्द नहीं बोलने को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि सीएम ने अस्थायी राजधानी गैरसैंण विधानसभा प्रांगण में ध्वजारोहण करने का नाटक जरूर किया, लेकिन राज्य आंदोलनकारियों के संबंध में कोई घोषणा ना करना निराशाजनक है। जिन आंदोलनकारियों की बद्दोलत वे सीएम बने हैं, उनकी की राज्य में उपेक्षा की जा रही है। सरकारी नौकरियों से उन्हें हटाया जा रहा है। आरक्षण संबंधी फाइल दबी पड़ी है। आंदोलनकारी आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी उनकी उपेक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्वाधीनता दिवस के मौके पर सीएम ने संबोधन में राज्य निर्माण आंदोलनकारियों के संबंध में एक भी घोषणा नहीं की। धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि पिछले सप्ताह ही मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलनकारियों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद एक शब्द भी आंदोलनकारियों के पक्ष में नहीं कह पाए। इससे मंशा साफ है कि आंदोलनकारियों के पक्ष में वे कोई कदम उठाना ही नहीं चाहते हैं।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा अब राज्य आंदोलनकारियों की निगाह कैबिनेट बैठक पर है। यदि इसमें भी कोई कदम नहीं उठाया गया तो 23 जुलाई को विधानसभा के सम्मुख वह खुद सत्याग्रह पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य बनने से अब तक आंदोलनकारियों को छला जा रहा है। अब हमारे पास आंदोलन के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री धामी ने आंदोलनकारियों की आशाओ पर पानी फेर दिया है। स्वतंत्रता दिवस की घोषणाओं में राज्य निर्माण आंदोलनकाररियो के लिए एक भी सहूलियत नहीं दी गई। दुखद ही नहीं, दुर्भाग्यपूर्ण भी है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण आंदोलनकारियो का संघर्ष जारी रहेगा ।






धामी भी सही सीएम नही है, कठपुतली है