लड़की वालों का झांसा देकर सगाई रचा गया चार बच्चों का बाप, शादी से पहले ऐसे खुली पोल
लड़की वालों को झांसा देकर चार बच्चों के पिता ने युवती से सगाई रचा ली। उसने पांच अप्रैल को शादी की तारीख भी तय कर दी थी। सगाई की तस्वीरें लड़की वालों की ओर से सोशल मीडिया में डालने पर उसकी पोल खुल गई।

लड़की वालों को झांसा देकर चार बच्चों के पिता ने युवती से सगाई रचा ली। उसने पांच अप्रैल को शादी की तारीख भी तय कर दी थी। सगाई की तस्वीरें लड़की वालों की ओर से सोशल मीडिया में डालने पर उसकी पोल खुल गई। फिर किसी ने उक्त व्यक्ति की उसकी पत्नी और चार बच्चों के साथ फोटो लड़की वालों को भेज दी। भेद खुलने के बाद लड़की वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। युवती को ओर से नैनीताल कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
नैनीताल कोतवाली में तहरीर में युवती ने बताया कि बीते माह शहर निवासी महिला एक लड़के का रिश्ता लेकर उसके घर आई। लड़के ने अपना नाम रियाजुद्दीन बताते हुए मल्लीताल सीआरएसटी स्कूल के पीछे उसका घर होने की बात बताई। बातचीत आगे बढ़ी तो रियाजुद्दीन अपने एक भाई को लेकर 14 मार्च को उसे देखने उनके घर आ गया। जहां उसके स्वजनों ने परिवार के अन्य सदस्यों के आने के बाद ही शादी तय करने की बात कही। इस पर रियाजुद्दीन के भाई ने यह कहकर उसके माता पिता को मना लिया कि उसकी मां किसी अन्य लड़की से उसका विवाह कराना चाहती है, इस वजह से वह नहीं आ पाएगी।
इसके बाद लड़की वालों ने रमजान के बाद शादी तय करने की बात कही तो तो लड़का पक्ष जल्दी शादी करने का दबाव बनाने लगा। शादी के लिए पांच अप्रैल की तिथि तय कर 28 मार्च को उसकी सगाई हो गई। इसमें उनके द्वारा दो लाख रुपये और कपड़े सगुन के तौर पर दिये गए। सगाई समारोह के दौरान खींची गई फोटो लड़की पक्ष के लोगों की ओर से वाट्सएप स्टेट्स पर लगाई गई, जिसे देख किसी रिश्तेदार का फोन आया और बताया कि यह आदमी तो पहले से ही शादीशुदा है। उसके चार बच्चे भी है। उसने रियाजुद्दीन की पूर्व पत्नी और बच्चों के साथ फोटो भी भेज दिये।
युवती के अनुसार स्वजनों द्वारा शादी की तैयारियां पूरी कर ली थी। करीब छह लाख खर्च होने के साथ ही करीब तीन लाख के जेवर बनाए गए हैं। साथ ही रिश्तेदारों और परिचितों में बदनामी भी हो चुकी है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मूल रूप से पीलीभीत निवासी है। वह वर्तमान में मल्लीताल रह रहा था। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
मुसलमान ऐसी हेराफेरी करने के उस्ताद होते हैं. चलो समय पर पता लग गया.