उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की चपेट में है हर विभाग: गरिमा मेहरा दसौनी

उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने आरोप लगाया कि राज्य में हर सरकारी विभाग भ्रष्टाचार की चपेट में आते जा रहे हैं। इसके बावजूद सरकार के साथ ही विभागीय मंत्री मौन साधे हुए हैं। सरकार सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रही है। वहीं, हकीकत इसके उलट है। उन्होंने नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लाल कुआं नैनीताल में हुए बड़े घोटाले को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा की 26 मई 2023 को बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष हरिश्चंद्र आर्य ने दुग्ध संघ के विभागीय सचिव पुरुषोत्तम को लाल कुआं दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ में चल रहे बड़े वित्तीय घोटाले की शिकायत करते हुए पत्र लिखा। पत्र का संज्ञान लेते हुए सचिव ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को मामले की जांच सौंपी। 15 जुलाई 2023 को दुग्ध संघ ने कुमाऊं कमिश्नर को सभी आरोपो के जवाब देते हुए पत्र लिखा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि इसके बाद 21 सितंबर 2023 को कुमाऊ कमिश्नर ने हरिश्चंद्र आर्य को व्यक्तिगत रूप से पूछताछ के लिए बुलाया। तत्पश्चात 16 अक्टूबर को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने हरिश्चंद्र आर्य की शिकायतों की पुष्टि करते हुए भारी वित्तीय अनियमितता की बात स्वीकारते हुए विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपी। दसौनी ने कहा की विचारणीय विषय और घोर निराशाजनक बात यह है कि तीन महीने बीतने के बाद भी विभागीय मंत्री सौरभ बहुगुणा ने उपरोक्त मामले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि इस पूरे घोटाले को नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लाल कुआं के प्रधान प्रबंधक निर्भय नारायण और प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मुकेश बोरा की सांठ गांठ और मिलीभगत का प्रतिफल बताया जा रहा है। दोनों ही व्यक्तियों पर अभी तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि इस तरह का भ्रष्टाचार मात्र एक ही दुग्ध संघ में देखने को मिल रहा है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाकी प्रदेश में क्या चल रहा होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने यह भी कहा कि दुग्ध संघ में एक ही जीएसटी नंबर के दो फर्मों को टेंडर देने की बात सामने आई। 25 लाख से ज्यादा और 5 करोड़ से कम की धनराशि का क्रय करने पर विभाग को कम से कम एक राष्ट्रीय समाचार पत्र और एक राज्य स्तरीय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित करनी होती है। इन सभी नियमों को ताक पर रखा गया। हरिश्चंद्र आर्य ने कुल मिलाकर एक दर्जन गंभीर शिकायतें दुग्ध संघ लाल कुआं के विषय में विभागीय सचिव को भेजी। विभागीय सचिव ने भी तत्परता दिखाते हुए कुमाऊं कमिश्नर को जांच सौंपी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कुमाऊं कमिश्नर के 16 अक्टूबर को रिपोर्ट सौंपने के बाद भी तीन महीने तक विभागीय कार्रवाई न करना बताता है कि विभागीय मंत्री भ्रष्टाचार को प्रश्रय दे रहे हैं। दसौनी ने कहा कि यह उत्तराखंड की जनता का दुर्भाग्य ही है कि प्रदेश को भ्रष्टाचारी मंत्री चला रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपेक्षा की है कि वे इस खुलासे के बाद व्यक्तिगत हस्तक्षेप कर संलिप्त लोगों पर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।