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September 20, 2024

राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चतुर्थ वर्षगांठ पर आयोजित किया जा रहा शिक्षा सप्ताह, विद्यार्थियों को सिखाई जा रही कई गतिविधियां

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उत्तराखंड के देहरादून में रायपुर विकासखंड स्थित राजकीय इंटर कॉलेज बुरांसखंडा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की चतुर्थ वर्षगांठ पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत 22 जुलाई से शिक्षा सप्ताह शुरू हुआ, जो 28 जुलाई 2024 तक चलेगा। इसके तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही छात्रों को कई विषयों पर जागरूक किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कॉलेज के प्रधानाचार्य दीपक नेगी ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्र छात्राओं, शिक्षकों एवं नीति-निर्माताओं के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे विभिन्न हितधारकों के मध्य सहयोग एवं नवाचार की भावना के विकास के लिए सर्वोत्कृष्ट कार्यों को साझा कर एक मंच प्रदान करना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

शिक्षा सप्ताह के प्रथम दिन टीचिंग लर्निंग मैटीरियल (टीएलएम) दिवस का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा 6 से कक्षा 12 तक शिक्षण के लिए शिक्षिकाओं की ओर से नवाचारी टीएलएम की सहायता से शिक्षण कार्य किया गया। वरिष्ठ प्रवक्ता एनवी पंत, अंकित जोशी और आर पी सेमवाल ने बच्चों को प्लास्टिक पालीथिन का उपयोग कम से कम करने के लिए प्रेरित किया। इसके स्थान पर स्थानीय रिंगाल व जूट से बनी टोकरी तथा रस्सी के उपयोग को बढ़ावा देना उचित समझा गया। बच्चों द्वारा शिक्षकों के निर्देशन में कई सजावटी सामग्री तैयार की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

इस दौरान बच्चों की ओर से स्थानीय जल स्त्रोतों की पहचान कर उन्हें स्थानीय समुदाय के सहयोग से संरक्षित रखने एवं उनका दैनिक जीवन में उपयोग करने पर विचार किया गया। इसके लिए पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए वातावरण सृजन किया गया। अंग्रेजी एवं हिन्दी शिक्षकों ने शिक्षण को अनेक माध्यमों से सहज और रोचक बनाते हुए छात्राओं से संवाद किया। अंग्रेजी प्रवक्ता भास्कर रावत, शिक्षिका आरती जुड़ीवाल के साथ ही हिन्दी प्रवक्ता रीना तोमर और विजय कांबोज ने स्थानीय बोली के साथ भाषा की बारीकियों पर आधारित जानकारी दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

द्वितीय दिवस गणितीय क्रियाकलाप दिवस के रूप में आयोजित हुआ। इसमें वरिष्ठ प्रवक्ता आर के चौहान, के पी भट्ट एवं प्रमोद डोभाल ने टीएलएम का उपयोग करते हुए गणितीय क्रियाकलापों पर रोचक गतिविधियां आयोजित कर गणित के प्रति फोबिया दूर करने का प्रयास किया। अति दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र स्थित विद्यालय में वन सम्पदा से भरपूर संसाधनों पर आधारित विभिन्न ज्यामितीय आकृतियों को लेकर बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए जानकारी दी गई। इसमें विद्यार्थियों ने अत्यंत रुचि दिखाई। इस दौरान बच्चों को प्राचीन भारतीय ग्रंथों पर आधारित गणितज्ञों से सम्बन्धित पुस्तकों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तृतीय दिवस खेल दिवस के रूप में आयोजित किया गया। इसके तहत खेल प्रशिक्षक मुकेश नेगी के साथ ही प्रवक्ता कमलेश्वर प्रसाद भट्ट ने छात्र-छात्राओं को स्थानीय परंपरागत तरीके की खेल विधा के साथ-साथ स्वदेशी खेलों पर चर्चा करते हुए उनके महत्व की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर स्थानीय खेलों की महत्ता को बनाए रखने के लिए खो-खो, रस्सी कूद, कबड्डी, लंगड़ी दौड़ आदि खेल सम्पन्न करवाए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

चौथा दिवस सांस्कृतिक दिवस समारोह के रूप में आयोजित हुआ, जिसमें शिक्षिका सुमन हटवाल, नेहा बिष्ट, प्रियंका घनस्याला और आरती जूड़ियाल द्वारा लोकसंस्कृति को बढ़ावा देने के साथ भारतीय सांस्कृतिक विविधता के सौन्दर्य को प्रदर्शित और प्रसारित करते हुए नृत्य, लोकनृत्य, गीत, चित्रकला-सृजन का आयोजन करवाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो, इसके लिए वरिष्ठ प्रवक्ता एन वी पंत, प्रियंका घनस्याला, नेहा बिष्ट तथा अरुणेश चमोली जी द्वारा विज्ञान पहेलियां और घटनाओं से जुड़ी प्रेरणादायक उद्धरण प्रस्तुत कर जानकारी दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रधानाचार्य दीपक नेगी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए आगे भी इसी तरह की विविध गतिविधियां आयोजित करवाई जाती रहेंगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कारवान और आत्मनिर्भरता से जुड़ी शिक्षा देना हमारा मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए अभिभावकों के साथ ही आमजन की सहभागिता भी आवश्यक है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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