भारत जोड़ो यात्रा में जोशीमठ आपदा की गूंज, राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने थामे जोशीमठ बचाओ के पोस्टर
जम्मू कश्मीर पहुंची कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा में आज जोशीमठ आपदा की गूंज भी सुनाई दी। आज का दिन जोशीमठ आपदा के नाम पर रहा। इस दौरान राहुल गांधी सहित यात्रा में शामिल कांग्रेस नेताओं ने जोशीमठ बजाओ के पोस्टर हाथों में पकड़े। साथ ही विकास के नाम पर हो रहे विनाश की कड़ी आलोचना की। उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व हमेशा से ही उत्तराखंड की हर ज्वलंत समस्याओं के प्रति बहुत ही संवेदनशील और गंभीर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जम्मू कश्मीर के उधमपुर में भारत जोड़ो यात्रा में आज उत्तराखंड के कांग्रेस नेता भी यात्रियों के दल में शामिल हुए। आज की इस यात्रा को जोशीमठ के नाम पर यात्रा समर्पित किया गया। इसमें मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह, राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन, लोकसभा प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत, द्वाराहाट से विधायक मदन बिष्ट, वैभव वालिया, राजपाल बिष्ट आदि शामिल रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने सरकार के उस कदम की निंदा की जिसमें दबाव डालकर इसरो की रिपोर्ट वेबसाइट से हटाया गया। राहुल गांधी ने कहा कि इस तरह के प्रतिष्ठित संस्थानों की रिपोर्ट सभी भ्रामक खबरों को विराम देने वाली और विश्वसनीय मानी जाती रही हैं । वहीं दूसरी ओर हिमालयी राज्यों में तेजी से हो रहे निर्माण कार्यों के प्रति उन्होंने चिंता व्यक्त की। इस दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने यात्रा के उपरांत राहुल गांधी से उत्तराखंड आकर जोशीमठ आपदा के प्रभावितों से मुलाकात करने का निवेदन किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी समय-समय पर उत्तराखंड के नेताओं से जोशीमठ त्रासदी पर अपडेट ले रहे हैं । इसी कड़ी में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर में चल रही भारत जोड़ो यात्रा का पूरा एक दिन जोशीमठ आपदा और आपदा प्रभावितों के साथ अपनी एकजुटता जाहिर करने के लिए समर्पित कर दी। यात्रा के दौरान उत्तराखंड का कांग्रेस नेतृत्व उनके साथ रहा। इसमें “जोशीमठ बचाओ” और “विकास के नाम पर विनाश” केपोस्टर हाथों में लेकर राहुल गांधी समेत सभी नेताओं ने संदेश दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा की ऐसा करने के पीछे कांग्रेस का मुख्य मकसद देश की मीडिया, कॉर्पोरेट जगत, केंद्र तथा राज्य सरकारों का ध्यान जोशीमठ के हालात के प्रति आकर्षित करने का था। ताकि ज़्यादा से ज़्यादा सहायता और राहत मिल सके। दसोनी ने कहा की सत्तारूढ़ दल प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर यह आरोप लगा रहा है कि कांग्रेस जोशीमठ मुद्दे पर राजनीति कर रही है और अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भाजपा के नेताओं और प्रवक्ताओं की ओर से यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि कांग्रेस उत्तराखंड और जोशीमठ को लेकर जनता को बरगला रही है। उत्तराखंड को बदनाम कर रही है, जबकि जोशीमठ में स्थितियां काबू में है। दसौनी ने कहा कि सच्चाई इससे इतर है। जोशीमठ मुद्दे पर कांग्रेस बहुत गंभीर है और शुरुआत से लेकर आज तक एक सकारात्मक और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रही है। इसी के चलते कांग्रेस का प्रादेशिक नेतृत्व एक नहीं, कई बार जोशीमठ जाकर वहां के राहत कार्यों का जायजा लेकर आ चुका है। तथा वहां की स्थानीय जनता के साथ उनकी कष्ट और पीड़ा में उनके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार वहां राहत कार्यों में अपने कार्यकर्ताओं को सक्रियता के साथ भूमिका निभाने के लिए ताकीद कर रही है। प्रदेश की जनता 2013 की केदारनाथ दैवीय आपदा को भूला नहीं है। जब तत्कालीन मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने असुरक्षित उत्तराखंड का संदेश देश-विदेश में प्रचारित प्रसारित किया था। साथ ही उत्तराखंड को तथा चार धाम यात्रा को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। दसौनी ने कहा की कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी की तरह निकृष्ट और छोटी मानसिकता की राजनीति नहीं करती। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने भाजपा को याद दिलाते हुए कहा की 2013 की आपदा जिसने उत्तराखंड को गहरे जख्म दिए थे, उस वक्त भी भाजपा राजनीतिक रोटियां सेकने से बाज नहीं आई थी। भाजपा के शीर्ष नेता सिर पर कफन बांधकर उत्तराखंड आने की बात कहा करते थे। दसोनी ने भाजपा को याद दिलाते हुए कहा कि उस वक्त भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष तो पत्रकारों के एक डेलीगेशन को कैमरा के साथ अपने साथ ले गए और नर कंकाल तक निकाल निकाल कर दिखाए गए। दसौनी ने कहा भाजपा यही नही रुकी और उसके कुछ नेताओं ने तो यहां तक कहने से गुरेज नहीं किया कि अगले 10 साल तक चार धाम यात्रा सुचारु रूप से नहीं चल पाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा वहीं दूसरी ओर आज मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में कांग्रेस है जो कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है कि जोशीमठ आपदा प्रभावितों को पर्याप्त राहत मिल सके। फिर चाहे मुख्यमंत्री से दो बार कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल सुझाव देने के लिए मुलाकात करने गया हो या फिर राज्यपाल से भेंट की बात हो। उन्होंने कहा कि आज एक नया उदाहरण पेश करते हुए जोशीमठ प्रभावितों के साथ कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व जिस तरह से समर्पित दिखा है, वह अपने आप में एक मिसाल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने राहुल गांधी समेत शीर्ष नेतृत्व का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने भाजपा के तमाम उन मंत्रियों के लिए एक लंबी लकीर खींचने का काम किया है, जिन्होंने जोशीमठ आपदा को इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी जोशीमठ से दूरी बनाकर रखी हुई है। दसौनी ने कहा की जनता सब देख रही है और वह जानती है कि राजनीतिक रोटियां कौन सेक रहा है। समय आने पर जनता ही इसका माकूल जवाब देगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।