Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 13, 2024

कर्ज में डूबे फल विक्रेता ने परिवार के साथ खाया जहर, पांच की मौत, जिंदगी और मौत से जूझ रही एक बेटी

बिहार के नवादा नगर की आदर्श सोसाइटी के निकट फल विक्रेता ने आर्थिक तंगी के चलते परिवार के सदस्यों के साथ जहर खा लिया। इस घटना में फल विक्रेता समेत परिवार के पांच लोगों की मौत हो चुकी है। एक बेटी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। बताया जा रहा है कि फिल विक्रेता केदार प्रसाद गुप्ता ने अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ जहर खाया। इस घटना में केदारनाथ गुप्ता, पत्नी अनिता देवी, दो बेटी शबनम कुमारी, गुड़िया कुमारी और बेटा प्रिंस कुमार की मौत हो गई। बेटी साक्षी कुमारी जीवन और मौत से जूझ रही है। बताया जाता है कि केदारनाथ गुप्ता मूलतः रजौली के रहने वाले थे और वह न्यू एरिया नवादा में रहकर विजय बाजार में फल की दुकान चलाते थे। आसपास के लोगों को जब उनके जहर खाने की जानकारी मिली तो सारे सदस्यों को अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें कई ने रास्ते में तम तोड़ दिया। एकमात्र जीवित एक लड़की का इलाज चल रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नवादा पुलिस के अनुसार केदारनाथ गुप्ता मूलरूप से रजौली के रहने वाले थे। वे कुछ समय से अपने परिवार के साथ नवादा में रह कर कारोबार करने लगे थे। कारोबार के लिए उन्होंने कुछ लोगों से कर्ज लिया था। कर्ज और ब्याज लगातार बढ़ रहा था और वे उसे चुका नहीं पा रहे थे। उन पर पैसा चुकाने का दबाव बनाते हुए प्रताड़ित कर रहे थे। गुप्ता ही नहीं पूरे परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि संभवत: इसी कारण से पूरे परिवार ने सामूहिक खुदकुशी का कदम उठाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

परिवार की जीवित सदस्य बेटी साक्षी कुमारी ने बताया कि उनके पिता ने कर्ज लिया था। कर्ज लौटाने को लेकर वो काफी डिप्रेशन में थे। लेनदार पिता को तंग करते थे। पैसे मांगते थे। धमकी देते थे। कर्ज को नहीं चुका पाने के कारण पिता ने परिवार के सभी सदस्यों के साथ जहर खाने का निर्णय लिया। फिलहाल, मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पीड़ित साक्षी का नवादा सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साक्षी ने कुछ लोगों के नाम भी बताए हैं जो पैसों के लिए पिता को तंग कर रहे थे।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page