हरीश रावत के चुनाव लड़ने को लेकर संशय जारी, कांग्रेस के कई दिग्गजों की दावेदारी पर फैसले को लेकर माथापच्ची
उत्तराखंड में अभी भाजपा ने कुल 59 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की तो आम आदमी पार्टी ने भी 51 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। वहीं, यूकेडी भी अब तक 41 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। कांग्रेस ने भी शनिवार की देर रात को 53 प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी कर दी, लेकिन अभी कांग्रेस के कई दिग्गजों के टिकट पर फैसला नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि नए सिरे से बाकी बची हुई 17 सीटों पर मंथन चल रहा है। या तो 25 जनवरी को कांग्रेस की दूसरी और अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। या नामांकन से एक दिन पहले 27 जनवरी को भी इसकी संभावना है। वैसे इसमें हैरानी की भी बात नहीं होगी कि यदि कांग्रेस 28 जनवरी की सुबह ही अंतिम सूची जारी करे। ऐसा कांग्रेस उत्तराखंड में पहले कई बार कर चुकी है। कारण ये है कि ऐसी रणनीति विरोध को दबाने में कारगर साबित होती है। यदि सूची पहले जारी कर दी जाएगी तो नामांकन की अंतिम तारीख तक विरोध झेलना पडे़गा। ऐसे में कुछ ही घंटे का विरोध होगा।
कई दिग्गजों को लेकर होगी तस्वीर साफ
कांग्रेस में प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस बरकरार है। अभी ये भी तय नहीं है कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं। फिर भी संभावना जताई जा रही है कि यदि वे चुनाव लड़े तो हो सकता है रामनगर सीट से पर्चा भरें। इसी तरह कैंट विधानसभा सीट से दावेदारों की लंबी सूची है। इनमें कांग्रेस चुनाव घोषणापत्र समिति के संयोजक एवं उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना यहां से पिछला चुनाव लड़े थे और वह मजबूत दावेदारी इस आधार पर कर रहे हैं कि हार के बाद से ही वह पिछले पांच साल से कैंट क्षेत्र में निरंतर सक्रिय रहे। कोरोना की पहली और दूसरी लहर को या फिर कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने का मौका। या फिर क्षेत्र के लोगों की मदद। वह निरंतर कैंट क्षेत्र में उपस्थिति बनाए रहे। ऐसे में इस सीट से ज्यादा दावेदार होने पर कांग्रेस ने यहां विरोध को दबाने के लिए पहली सूची में प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की।
भाजपा से निष्कासित किए जाने के छह दिन बाद कांग्रेस में शामिल किए गए डा हरक सिंह रावत व उनकी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं रावत का नाम पहली सूची में जगह नहीं पा सका है। अभी कांग्रेस ने लैंसडौन सीट से किसी को टिकट नहीं दिया है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अनुकृति गुसाई को इस सीट से टिकट दिया जा सकता है। इस सीट पर भी कांग्रेस से 12 दावेदार हैं। वह पूर्व मिस इंडिया अनुकृति गुसाई का विरोध कर रहे हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उसे टिकट दिया तो कांग्रेस के 12 दावेदार अपने में से किसी एक को निर्दलीय चुनाव लड़ाएंगे। हरक सिंह रावत को यदि टिकट मिलता है तो उन्हें डोईवाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है, ऐसी भी संभावनाएं जताई जा रही हैं। वहीं कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत को लेकर भी अभी स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि पूर्व सीएम हरीश रावत के चुनाव लड़ने की स्थिति साफ होने पर ही रणजीत सिंह रावत की स्थिति साफ होगी। रणजीत सिंह रावत भी रामनगर सीट से दावेदारी कर रहे हैं।
ये हैं प्रत्याशी
इन 17 सीटों पर कांग्रेस में फंसा है पेच
नरेंद्र नगर
टिहरी
देहरादून कैंट
डोईवाला
ऋषिकेश
ज्वालापुर
झबरेड़ा
रुड़की
खानपुर
लक्सर
हरिद्वार ग्रामीण
चौबट्टाखाल
लैंसडाउन
सल्ट
लालकुआं
कालाढूंगी
रामनगर
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।