कल से शुरू होगा दून का ऐतिहासिक झंडे का मेला, तैयारी शुरू, सज गईं दुकानें, आज किया गया रक्तदान
श्री झंडा जी का आरोहण कल रविवार यानि कि 12 मार्च को किया जाएगा। इसके मद्देनजर यातायात पुलिस ने शहर में रूट डायवर्ट प्लान जारी किया है। वहीं, तकरीबन तीन हफ्ते तक चलने वाले झंडा मेला के लिए दरबार साहिब पर साजो सज्जा की गई है। मेले में शामिल होने के लिए देश विदेश से आने वाली संगत का क्रम जारी है। सज्जादा गद्दी नशीन देवेन्द्र दास महाराज ने दरबार साहिब परिसर में संगत का स्वागत करते हुए श्री गुरु राम राय महाराज के जीवन से जुड़े स्मरण साझा करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया। कहा कि जो व्यक्ति गुरु के बताए रास्ते पर चलता है, उसे जीवन में हर लक्ष्य की प्राप्ति होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आयोजित किया गया रक्तदान शिविर
आज शनिवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक व श्री महाकाल सेवा समिति की ओर से श्री दरबार साहिब में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। झंडा साहब गुरुद्वारे में आयोजित रक्तदान शिविर का शुभारंभ महंत देवेंद्रदास ने किया। इस मौके पर महाकाल के दीवाने संस्था के अध्यक्ष रोशन राणा एवं उनकी समस्त टीम ने इस ब्लड डोनेशन कैंप के आयोजन में भागीदार की। पूर्व पार्षद और उत्तराखंड पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा के मुताबिक शिविर में युवाओं का उत्साह देखते हुए बन रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
झंडा मेले के लिए दरबार साहिब परिसर में दुकाने सजनी शुरू हो चुकी हैं। खाने पीने से लेकर दैनिक उपयोग की वस्तुओं से दुकानों को सजाने का कार्य किया जा रहा है। परिसर में तकरीबन 200 दुकानें लगाई गई हैं।
यूट्यूब व फेसबुक पर भी लाइव प्रसारण
श्री दरबार साहिब मेला समिति की ओर से दरबार साहिब परिसर में श्रद्धालुओं के लिए झंडेजी के आरोहण के लिए विभिन्न जगहों पर एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा इस पल को लोग दरबार साहिब के फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी देख पाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुरु महाराज के जयकारों के साथ गिलाफ सिलवाई
दरबार साहिब परिसर में कल सुबह से ही महिलाएं गिलाफ सिलाई में जुटी रहीं। श्री गुरु राम राय महाराज के जयकारों व भजनों के साथ गिलाफ सिलने का काम देर शाम तक लगभग पूरा कर लिया गया।
पंजाब के संसार सिंह का परिवार चढ़ाएगा दर्शनी गिलाफ
झंडेजी में तीन तरह के गिलाफ के आवरण में सबसे भीतर 41 सादे गिलाफ, मध्य भाग में 21 शनील के गिलाफ जबकि सबसे बाहरी भाग में एक दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है। इस वर्ष संसार सिंह पुत्र फतेह सिंह ग्राम- शेखपुर बाग, जारला, जिला नवाशहर, पंजाब के परिवार को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून के संस्थापक हैं श्री गुरु राम राय महाराज
श्री गुरु राम राय महाराज सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के ज्येष्ठ पुत्र थे। उनका जन्म होली के पांचवे दिन वर्ष 1646 को पंजाब के जिला होशियारपुर (अब रोपड़) के कीरतपुर में हुआ था। झंडा मेला का इतिहास देहरादून के अस्तित्व से जुड़ा है। श्री गुरु राम राय महाराज का यहां आगमन यहां वर्ष 1676 में हुआ था। उन्होंने यहां की रमणीयता से मुग्ध होकर ऊंची-नीची पहाड़ी धरती पर जो डेरा बनाया, उसी के अपभ्रंश स्वरूप इस जगह का नाम डेरादीन से डेरादून और फिर देहरादून हो गया। उन्होंने इस धरती को अपनी कर्मस्थली बनाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दरबार साहिब में लोक कल्याण के लिए एक विशाल झंडा देहरादून के मध्य स्थान में (बीच में) लगाकर लोगों को इसी ध्वज से आशीर्वाद प्राप्त करने का संदेश दिया। इसी के साथ झंडेजी साहिब के दर्शन की परंपरा शुरू हो गई। श्री गुरु राम राय महाराज को देहरादून का संस्थापक कहा जाता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।