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September 11, 2025

कूड़ा समझकर ना फेंकें मक्के के रेशे, इसके लाभ सुनकर हो जाओगे हैरान, कई बीमारियों के इलाज में है रामबाण

गर्मियों के बाद अब बरसात का इंतजार हो रहा है। साथ ही ठेलियों में मकई को भूनकर उसे बेचने वाले भी हर शहर में दिखने लगेंगे। या फिर आप मक्की को घर लाकर उसे भुनकर या उबालकर खाने का आनंद उठाओगे। वैसे तो अब कोई भी फल, सब्जी या अन्य उत्पाद सीजनली नहीं रह गए हैं, क्योंकि अब ऐसी सामग्री को ऐसे रखा जाता है कि बाजार में जाने तक वह खराब ना हो। फिलहाल हम मक्की, भुट्टा, यानि मकई की बात कर रहे हैं। इसके रेशे यानि कॉर्न सिल्क लंबे रेशमी धागे की तरह होते हैं। ये मक्के के बाहरी छिलकों के नीचे होते हैं। अक्सर लोग इन्हें फेंक देते हैं। वहीं, कई बार बच्चे इनसे खेल भी करते हैं। कुछ लोग इनसे नकली दाढ़ी मूंछ आदि बनाने का भी प्रयास करते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ये रेशे भी गुणकारी हो सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि जिन रेशों को आप फेंक देते हो वह कई औषधीय गुण से भरपूर होते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है खासियत
मकई के रेशे में मैग्नीशियम होता है, जो आपके शरीर की एंटी इंफ्लेमेटरी क्रिया को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह flavonoid एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध होते है। कॉर्न सिल्क का उपयोग मूत्राशय के संक्रमण, प्रोस्टेट ग्रंथि की बीमारिया, गुर्दे की पथरी और बेडवेटिंग के लिए किया जाता है। पशुओं में किये गए शोधकार्यों के अनुसार, कॉर्न सिल्क एक्सट्रैक्ट किडनी के कार्यों को दुरुस्त करने के लिए उपयोगी पाया गया है। यह, किडनी के खराब होने से बढ़ने वाले क्रिएटिनिन और यूरिया को भी कम करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एक्सट्रेक्ट के उपयोग से लिपिड पेरोक्सीडेशन में कमी और एंटीऑक्सिडेंट एंजाइमों जैसे कि catalase और SOD की बढ़ी हुई गतिविधि के कारण किडनी में ऑक्सीडेटिव तनाव कम हो कर उस के कार्य में सुधार देखा गया। मक्के के रेशे ब्लड प्रेशर को कम करने और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में भी सहायक है। इसी कारण, उच्च रक्त चाप और डायबिटीज जैसी बीमारियों के किडनी पर होनेवाले दुष्परिणामों की रोकने में भी यह मदत करते है। मक्के के रेशों का काढ़ा बनाकर पिया जाता है। वहीं, हम ये बात स्पष्ट करते हैं कि ये पूरा लेख सामान्य जानकारी देने के लिए है। यदि इसका उपयोग करना है तो एक बार आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले कर ही इसका उपयोग करे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मूत्र पथ संक्रमण दूर करे
अगर आप लगातार काफी लंबे समय से मूत्र पथ संक्रमण (Urinary tract infection) या पेशाब से जुड़ी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप इससे छुटकारा पाने के लिए भुट्टे के बालों से बनी चाय का इस्तेमाल कर सकते हैं। भुट्टों के रेशों से बनी चाय या काढ़ा आपको मूत्र पथ संक्रमण (Urinary tract infection) से बचाने में काफी मदद करती है। भुट्टे के रेशे एंटी इंफ्लेमेटरी गुण एजेंट यह रेशे मूत्र पथ अस्तर को करने का काम करते हैं और पेशाब में समस्या के कारण होने वाली जलन से राहत दिलाने में मदद करते है। अगर आप भुट्टे के बालों की बनी चाय का सेवन करते हैं तो आपके ब्‍लैडर और urinary tract की सूजन को शांत करने में सहायता मिलती है। इससे पेशाब ज्‍यादा मात्रा में आता है जिससे यूरीन ट्रेक्‍ट में बैक्‍टी‍रिया के निर्माण के जोखिम को कम करता है। मूत्र विकार होने के कारण किडनी खराब होने का खतरा बना रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मोटापा कम करे
हर कोई मोटापा कम करना चाहता है, लेकिन उसके लिए कसरत करना नहीं चाहता है। वजन कम करने के लिए पसीना बहाना सबसे बेहतर उपाय है। मोटापे से जूझने वाला शरीर बीमारियों का घर बन जाता है। भुट्टों के रेशों की मदद से भी वजन कम किया जा सकता है। अगर आप भुट्टे के बालों से बनी चाय का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में वॉटर रिटेंशन और विषाक्तए पदार्थों की मात्रा कम होने लगती है। भुट्टे के बाल इन सब चीज़ों को शरीर से बाहर निकालते हैं। इस तरह वजन घटाने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर पेट में जमा वसा को कम करने में मदद करता है। इससे आपका बढ़ा हुआ वजन कम होने लगता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

किडनी की सफाई करें
भुट्टों से बनी चाय का सबसे बड़ा फायदा है कि इसकी मदद से किडनी की सफाई काफी अच्छे से होती है। किडनी को साफ करने के लिए आप इन रेशों को घर में छावं में सुखा लीजिये। अच्छे से सूखने के बाद आप इसे 50 ग्राम की मात्रा में लें और इसे दो गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो उसका सेवन करें। आप इसका स्वाद बढ़ने के लिए इसमें नींबू, नमक या हल्की सी चीनी डाल सकते हैं। आप इस पेय का सेवन महीने में एक बार या दो बार कर सकते हैं। इसका सेवन करने के बाद आपको सामान्य से ज्यादा पेशाब आ सकता है, जोकि सामान्य बात है। इसका सेवन करने के दौरान आप अधिक मीठा, डिब्बाबंद खाना, मांसाहार, शराब आदि का सेवन ना करे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डायबिटीज से राहत
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाए तो मरते दम तक व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ती। वहीं व्यक्ति को इसे काबू में रखने के लिए हर समय दवाएं लेनी पड़ती है, मीठे से दूर रहना पड़ता है और इन्सुलिन के इंजेक्शन भी लेने पड़ते हैं। भुट्टे के रेशों से बनी चाय की मदद से ब्लड शुगर लेवल काबू किया जा सकता है। भुट्टे के रेशों में इन्सुलिन को एक्टिव करने की ताक़त होती है। इससे कमजोर हो चुके इन्सुलिन ठीक से काम करने लगते हैं और फिर शुगर लेवल काबू में आने लगता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हाई ब्लड प्रेशर को करें काबू
डायबिटीज की ही तरह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या एक बार हो जाए तो ठीक होने का नाम नहीं लेती। इसे काबू करने के लिए भी अपने खान-पान में काफी बदलाव करने की जरूरत होती है। लेकिन अगर आप सप्ताह में दो बार भुट्टे के बालों से बनी चाय का सेवन करते हैं तो इससे आपके हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में काफी राहत मिल सकती है। दरअसल, जब आप इस चाय या काढ़े का सेवन करते हैं, तो इससे आपको सामान्य से ज्यादा पेशाब आता है। इसकी वजह से ब्लड में मौजूद सोडियम और अन्य अपशिष्ट उत्पाद जिनकी वजह से ब्लड प्रेशर हाई होने की समस्या हो सकती है। वह सब पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकल जाते हैं, नतीजतन ब्लड प्रेशर काबू में आने लगता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

किडनी की पथरी से राहत दिलाए
किडनी में पथरी होने पर इससे होने वाला दर्द इस समस्या को काफी गंभीर बनाता है। जब किडनी में छोटे क्रिस्टलाइज्ड के जमा होने लग जाते हैं, तब किडनी में पथरी बन जाती है। ये दर्द और परेशानियों का कारण बन सकते हैं। किडनी में पथरी को रोकने के लिए प्राचीन दिनों से भुट्टे के बाल का उपयोग किया जाता है। भुट्टे के बालों से बनी चाय के सेवन से आपकी किडनी में जमा हुए टॉक्सिन्स और नाइट्रेट निकल जाते हैं, जिससे किडनी में पथरी बनने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा भुट्टे के बाल के उपयोग से मूत्र प्रवाह में वृद्धि हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सूजन में राहत दिलाएं
भुट्टे को विरोधी भड़काऊ एजेंट गुणों के लिए जाना जाता है। पारंपरिक चिकित्सा अनुयायियों का मानना है कि इसका उपयोग gout और arthritis जैसे सूजन संबंधी बीमारियों के कारण होने वाले दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। कॉर्न सिल्‍क का मूत्रवर्धक गुण शरीर के जोड़ों में अतिरिक्त यूरिक एसिड गठन को रोकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बरतें ये सावधानी, नहीं हो हो सकता है नुकसान
भुट्टे के रेशों की चाय का सेवन करने के दौरान सावधानियां भी बरतनी चाहिए। नहीं तो इसके नुकसान भी हो सकते हैं। इस चाय या काढ़े को पीते हुए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। नहीं तो ये लाभ के साथ ही नुकसान का कारक बन सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इन बातों का रखें ख्याल
-भुट्टे के रेशों से बनी चाय का सेवन करते हुए इस बात को ध्यान में रखें कि यह कोई साधारण चाय या शर्बत नहीं है, बल्कि यह एक दवा है तो इसका प्रयोग हमेशा दवा के रूप में ही करना चाहिए। यानि की इसका प्रयोग बार बार नहीं करना चाहिए। जब दिक्कत हो तभी इसका प्रयोग करना चाहिए।
-गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन करने से जितना हो सके बचना चाहिए। यह गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं मानी जाती। इसका सेवन करने से गर्भाशय उत्तेजित होने लगता है, जिसके कारण गर्भपात होने की आशंका बढ़ जाती है।
-अगर कोई महिला अपने शिशु को स्तनपान करवाती हैं तो इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। क्योंकि इसकी वजह से स्तन में दूध बनने की मात्रा कम हो सकती है। साथ ही बच्चे को सर्दी जुखाम की समस्या भी हो सकती है।
-इसका सेवन करने के बाद आपको सामान्य से ज्यादा पेशाब आ सकता है, जो कि सामान्य बात है। ज्यादा पेशाब आने की वजह से शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए आप सही मात्रा में पानी पीते रहें।
-यह काढ़ा आपके शरीर को अंदर से साफ़ करता है। इसलिए जरूरी है कि आप इसके सेवन के दौरान सात्विक रहें। आप अधिक मीठा न लें, डिब्बाबंद खाना, मांसाहार, शराब आदि का सेवन ना करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

भुट्टे के बालों से बनाएं चाय
भुट्टे के बालों से चाय बनाने के लिए आपको सबसे पहले चाहिए भुट्टे के रेशे यानि भुट्टे के बाल जो कि आप भुट्टे को छीलकर भी निकाल सकते हैं। अगर आपको ताज़ा नहीं मिल रहे हैं तो आप बाज़ार से सूखें हुए भुट्टे के बाल भी ले सकते हैं। यह सूखे हो या ताजा इनके पौषक तत्व कभी कम नहीं होते। आप चाहे तो घर पर भी भुट्टे के बालों को सुखा कर बाद के लिए भी रख सकते हैं, बस ध्यान रहें आप इन्हें सीधे धुप में न सुखाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है विधि
-सबसे पहले आप एक बड़ा गिलास पानी लें और उसे चाय के बर्तन में डाल दें।
-अब पानी में करीब 10 ग्राम तक भुट्टे के बाल डालें और इन्हें तब तक उबलने दें, जब तक पानी आधा न रह जाए।
-जब पानी आधा रह जाए तो आप इसे छान लें और इसमें कुछ बूंद शहद या सेंधा नमक डालकर इसे गर्म गर्म पियें।
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Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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