दांत साफ करने से पहले टूथ ब्रश को ना करें गीला, हो सकता है नुकसान, पढ़िए एक्सपर्ट की राय, ब्रश का सही तरीका

हर दिन सुबह की शुरुआत लोग तरोताज़ा होने के लिए दांतों पर ब्रश से करते हैं। एक जो आम आदत देखने को मिलती है, वह यह है कि ज्यादातर लोग अपने टूथब्रश को गीला करने के बाद इस्तेमाल करते हैं। आपको यह बात सुनने में आम लग सकती है, लेकिन आपकी यह आदत आपको परेशानी में डाल सकती है कि गीले ब्रश से नुकसान भी हो सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। साथ ही ये भी ध्यान रहे कि यदि ब्रश सूखा इस्तेमाल करते हो तो वह कैप से ढका हो। ताकि उसमें गंदगी ना चली जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टूथ ब्रश सूखा या गीला
कुछ लोग पहले ब्रश पर पानी डालते हैं और फिर टूथपेस्ट लगाते हैं, जबकि कुछ टूथपेस्ट लगाकर फिर ब्रश पर पानी डालते हैं। प्रो डेमियन वॉल्स्ली के अनुसार, एक सूखा टूथब्रश, ब्रिसल्स के साथ फ्रिक्शन को बढ़ा देता है। इसके उलट, एक गीला टूथब्रश मॉइश्चर लाने का काम करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कम हो सकते हैं औषधीय तत्व
रिसर्चर और डेंटिस्ट ल्यूक थोर्ले के अनुसार टूथब्रश पर पेस्ट लगाने से पहले या लगाने के बाद ब्रश को गीला करने से पेस्ट पतला हो जाता है। इससे टूथपेस्ट में मिले औषधीय तत्व का असर कम हो जाता है। इसके चलते ब्रश करने के बाद भी दांत ठीक से साफ नहीं हो पाते हैं। पानी मिलाकर ब्रश करने से झाग ज्यादा बनता है जो कि दांतों के लिए खतरनाक होता है, क्योंकि इससे टूथपेस्ट में मिले रसायन अपना रिएक्शन दिखाने लगते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे मसूड़े कमज़ोर होने लगते हैं। इससे दांतों की मज़बूती-भी प्रभावित होती है। एक रिपोर्ट बताती है कि कुछ डेंटिस्ट और हेल्थ एक्सपर्ट ने टूथब्रश को गीला नहीं करने की सलाह दी है। उनके अनुसार, अगर आप ब्रश को गीला ही करना चाहते हैं तो बहुत कम मात्रा में पानी का इस्तेमाल करें। दरअसल, कुछ डेंटिस्ट और हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि गीला टूथब्रश दांतों को अच्छे से साफ नहीं कर पाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गीले ब्रश से ठीक से नहीं निकल पाते वैक्टीरिया
एक अन्य डेंटिस्ट राहा सेपेहर के मुताबिक गीले टूथब्रश से दांतों को ब्रश करने पर बैक्टीरिया ठीक से नहीं निकल पाते, क्योंकि झाग के चलते दांतों के सारे कोनों की सफाई नहीं हो पाती है। इससे गंदगी दांतों में ही रह जाती है जिससे दांत धीरे-धीरे सड़ने लगता है। ज्यादा गीले ब्रश के इस्तेमाल से दांत ठीक से साफ नहीं हो पाते हैं। जिसकी वजह से दांतों में पीलापन और धब्बे पड़ सकते हैं। दांतों में मौजूद गंदगी के कारण मुंह में बैक्टीरिया पनप सकते हैं जिससे मुंह में बदबू और पायरिया जैसी समस्या हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मसूड़ों की ग्रिप पड़ जाती है कमजोर
भीगे हुए टूथब्रश से दांतों को ब्रश करने पर मसूड़ों की ग्रिप कमजोर होती है। इससे दांतों के बीच गैपिंग आने लगती है साथ ही यह दांतों की सतह को भी अंदर से खोखला बना देता है। डॉक्टरों के अनुसार ब्रश गीला करने से झाग ज्यादा बनता है, जिससे लोग जल्दी से पानी से मुंह साफ कर लेते हैं या कुल्ला कर लेते हैं। मगर दांतों की ठीक से सफाई के लिए पेस्ट का कुछ सेंकेंड के लिए दांतों पर लगा होना ज़रूरी होता है। तभी बैक्टीरिया नष्ट हो पाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नहीं निकल पाते हैं दाग
गीले ब्रश के इस्तेमाल से चाय-कॉफी के दाग दांतों से नहीं हट पाते क्योंकि गीले ब्रश की वजह से उसके औषधीय तत्व अपना असर नहीं दिखा पाते हैं। जबकी सूखे ब्रश से दांतों को साफ करने पर टूथपेस्ट में मौजूद ब्लीचिंग प्रॉपर्टीज़ दांतों को सफेद और चमकदार बनाती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तय समय के साथ बदलें ब्रश
दांतों को हेल्दी रखने के लिए एक तय समय के बाद हमें अपने ब्रश को बदल लेना चाहिए क्योंकि ज्यादा दिनों तक इस्तेमाल करने से यह घिस जाते हैं जिसकी वजह से दांतों के कोनों की सफाई नहीं हो पाती है। इसलिए तीन से चार महीने के अंदर हमें ब्रश बदल देना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दो मिनट करें ब्रश
डॉक्टर बताते हैं कि हर बार 4 मिनट तक ब्रश करके दांतो को अच्छे तरीके से साफ किया जा सकता है। वहीं, ध्यान देने योग्य बात ये है कि दिन में 2 से ज्यादा बार ब्रश करने से हमे बचना चाहिए। दांतों की सफाई के लिए हमेशा सॉफ्ट बाल वाले ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे हमारे दांतों और मसूड़ों को नुकसान नहीं पहुंचता। दिन में 2 से 4 मिनट तक ब्रश करने से हमारे दांतों में जमा प्लाक ( बैक्टीरिया की एक रंगहीन, चिपचिपी परत) आसानी से हट जाता है और हमारे दांत चमकते और मजबूत रहते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसा करने के फायदे
मसूड़ों से जुड़ी बीमारियां नहीं होती
ओरल कैंसर का खतरा कम हो जाता है
दांतों में कैविटी नहीं होती
प्लाक की समस्या भी खत्म हो जाती है (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे टूथपेस्ट का करें इस्तेमाल
दांतों की सफाई के लिए हमेशा ऐसा टूथपेस्ट इस्तेमाल करें, जिसमें फ्लोराइड की मात्रा सही हो। एडल्ट लोगों के टूथपेस्ट में 1350 पीपीएम फ्लोराइड और 6 साल से कम उम्र के बच्चों के टूथपेस्ट में 1000 पीपीएम फ्लोराइड होना चाहिए। डॉक्टर्स की मानें तो 3 से 6 साल के बच्चों को ब्रश करने के लिए एक मटर के दाने के बराबर टूथपेस्ट देना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हरकत कमजोर कर सकती है आपके दांत
ध्यान रखें कि कुछ भी एसिडिक फूड या ड्रिंक का सेवन करने के तुरंत बाद ब्रश ना करें। क्योंकि ऐसा करने से दांतों का इनेमल कमजोर हो जाता है, जिससे दांत कमजोर होने लगते हैं। दरअसल, इनेमल दांतों के ऊपर की एक पतली परत होती है जो रक्षा कवच की तरह काम करती है। इसका काम दांतो को किसी भी तरह के नुकसान से बचाना होता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।