अनार और लहसुन के छिलकों को ना समझें बेकार, इनसे कई रोगों का हो सकता है उपचार
अमूमन हम फल या सब्जी के छिलकों को निकालकर फेंक दिया करते हैं। वहीं, सच्चाई ये है कि इनके छिलकों में भी जबरदस्त लाभ छिपे होते हैं। साथ ही इन्हें कई तरह के उपयोग में लाया जा सकता है। हम यहां आपको अनार और लहसुन के छिलकों के उपयोग के बारे में बताने जा रहे हैं। क्योंकि, दोनों ही गुणों में भरपूर होते हैं। चाहे अनार हो या फिर लहसुन। इन्हें छिलना भी एक टास्क होता है। छिलको को हम डस्टबिन में फेंक देते हैं। यदि आप इस लेख को पूरा पढ़ेंगे तो आप इनके छिलकों के गुणों को जानकर हैरान हो जाओगे। वहीं, इन्हें फेंकने की गलती नहीं करोगे। पहले बात करते हैं अनार की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अनार के छिलकों में गुण
अनार के छिलकों में फेनोलिक एसिड, फ्लेवेनोइड्स, हाइड्रोलाइजेबल टैनिन, पोटैशियम, कैल्शियम जैसे मिनरल्स, प्रोटीन, फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स का भंडार होता है। ये पोषक तत्व दिमाग को तेज बनाने के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
ऐसे भी सुखा सकते हैं अनार के छिलके
अगर अनार के छिलके धूप में सुखाने का समय नहीं है, तो आप इसे ओवन में भी सुखा सकते हैं। आपको बस एक प्लेट में अनार के छिलके ओवन में रखकर 350 डिग्री (180 सेल्सियस) पर 20 मिनट तक सुखाना है। इसके बाद निकालकर इन्हें ठंडा करें और पाउडर बना लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खांसी में फायदेमंद हैं अनार के छिलके
एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर अनार के छिलके खांसी और गले की खराश में फायदेमंद होते हैं। इसके लिए आप अनार के छिलकों का 1 चम्मच पाउडर 1 गिलास पानी में मिलाकर गरारा करें। इससे आपको खांसी और खराश से आराम मिलेगा।
शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालता है अनार का छिलका
अनार के छिलकों की चाय बनाकर पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इस चाय के सेवन से लिवर और किडनी का स्वास्थ भी अच्छा रहता है और शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिल के लिए लाभकारी है अनार का छिलका
अनार के छिलके का पाउडर गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पीने से हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके साथ ही इस पानी से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है।
पाचन तंत्र रहेगा बेहतर
अगप आप पेट संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं तो आपको अनार के छिलकों का पाउडर गर्म पानी में मिलाकर पीना चाहिए। इसे पीने से कब्ज, दस्त से राहत मिलती है और पाचन तंत्र अच्छे ढंग से काम करता है। अनार के छिलके में प्रोटीन, मिनरल्स, कैल्शियम और फेनोलिक एसिड समेत कई पोषक तत्व होते हैं, जिनसे बीमारियां दूर रहती हैं।
नोटः ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है। अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बना सकते हैं चाय
दिमाग को तेज करने के लिए अनार के छिलकों की चाय बनाई जा सकती है। वीडियो क्रिएटर आर्मेन एडमजैन ने अनार के छिलकों की चाय बनाने की आसान रेसिपी शेयर की है। जिसे आप देसी भाषा में अनार के छिलकों का काढ़ा भी कह सकते हैं।
ऐसे बनाएं चाय
सबसे पहले 3-4 दिन धूप में सूखे हुए अनार के छिलके लें। इन्हें ग्राइंड करके एक महीन पाउडर बना लें। अब एक खाली टी बैग में अनार के छिलकों का पाउडर डालें। फिर एक कप गुनगुना पानी लेकर नॉर्मल टी बैग की तरह इस्तेमाल करें। अनार के छिलकों की चाय तैयार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अनार के छिलकों से बनाएं काढ़ा
अनार के छिलकों की चाय को दूसरे तरीके से भी बनाया जा सकता है। अनार के छिलकों का पाउडर सीधा एक कप पानी में डालकर उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इसे आंच से उतारकर छान लें। आपका काढ़ा तैयार है और इसे गुनगुना पीएं।
अनार के छिलकों की चाय और काढ़ा पीने के फायदे
गले में दर्द से राहत दिलाती है। खांसी को कम करती है। पेट की समस्या में राहत देती है। हड्डियां मजबूत बनाती है। मुंहासे और दाने गायब करती है। झुर्रियां मिटाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लहसुन के छिलके
लहसुन हर घर के किचन में रहता है। इसके आपने कई फायदे सुने होंगे। क्या आप जानते हैं कि इसके छिलके से भी आपकी सेहत ठीक हो सकती है। लहसुन के छिलके आप हमेशा से कचरे में डाल देते होंगे। कारण ये है कि ज्यादातर लोगों को इसका यूज नहीं पता होता। हकीकत ये है कि लहसुन के छिलकों को सेहत के लिए इसलिए अच्छा माना जाता है, क्योंकि इनमें कई तरह के खनिज लवण के साथ ही विटामिन ए, सी, ई और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लहसुन के छिलकों के फायदे
इसमें एंटी वायरल, एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद रहते हैं। इसका इस्तेमाल आप सब्जियों और सूप में मिलाकर कर सकते हैं। ध्यान रहे इन्हें पकाया जाता है, जिससे भोजन की न्यूट्रीशनल वैल्यू और ज्यादा बढ़ जाती है।
लहसुन के छिलकों से खुजली का उपचार
स्किन पर खुजली महसूस होने लगे तो लहसुन के छिलकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक कटोरी में पानी डालकर लहसुन के छिलके मिला लें। इस पानी को खुजली वाली स्किन पर लगाया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पैर दर्द को दूर करने में सहायक
पैरों में दर्द महसूस होने लगे तो लहसुन के छिलकों को पानी में मिला लें। इस पानी में पैरों को थोड़ी देर डुबाकर रखें। इससे दर्द में आराम मिलता है। पैर दर्द के अलावा अगर हल्की-फुल्की सूजन हो तो उसमें भी इन छिलकों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
सर्दी और जुकाम ठीक करने में लाभकारी लहसुन के छिलके
पानी में लहसुन के छिलके डुबा लें और इस पानी को छानकर सर्दी और जुकाम में पिएं। इस पानी के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण जुकाम आदि दूर करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। आप चाहें तो गले के दर्द में इस पानी को गर्म चाय की तरह पी सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्किन के लिए फायदेमंद
सेहत के साथ-साथ स्किन के लिए भी लहसुन के छिलके फायदेमंद हैं। इन छिलकों का इस्तेमाल खासतौर से पिंपल्स पर किया जा सकता है। लहसुन के छिलकों को पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे फुंसियों पर लगाएं। कुछ देर लगाए रखने के बाद धो लेने पर आपको असर दिखने लगेगा। इनमें एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं जो आपकी स्किन के लिए बहुत ही फायदेमंद रहेंगे। इससे खुजलकी की समस्या भी दूर होती है। आपको जहां दिक्कत होती है वहां लहसुन और इसके छिलके के का पानी लगाना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बालों को साफ करने में मददगार
बालों को साफ करने और गंदगी जैसी दिक्कतों को दूर करने के लिए लहसुन के छिलकों का पेस्ट बनाएं और उसमें कुछ बूंदे नींबू के रस की डालें। इस पेस्ट को सिर पर लगाकर कुछ देर लगाए रखने के बाद धो लें। बाल मुलायम और साफ लगने लगेंगे।
अस्थमा के मरीजों के लिए
जो लोग अस्थमा (Asthma) की परेशानी से जूझ रहे हैं। वे लोग भी इसका यूज कर सकते हैं। इसके लिए आप छिलकों को पहले अच्छी तरह पीस लें और फिर उसमें शहद मिला दें। इसे अच्छी तरह से मिक्स कर लें और सुबह-शाम इसका सेवन करें। इससे अस्थमा में राहत मिलेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लहसुन के छिलकों से बनाएं पौधों के लिए खाद
लहसुन में अमोनिया और पेटोशियम की अच्छी खासी मात्रा होती है और यही कारण है कि खाद के रूप में इन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है। लहसुन के छिलकों को आप कम्पोस्ट में डालकर इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आप कम्पोस्ट में नहीं डाल रही हैं, तो आप लहसुन के छिलकों को इकट्ठा कर दो-तीन दिन के लिए पानी में रख दें। फिर आप महीने में एक बार यही पानी पौधों में इस्तेमाल करें। ऐसा करने से लहसुन के छिलके वेस्ट होने से भी बच जाएंगे और आपके पौधों को नेचुरल खाद भी मिलेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लहसुन के छिलकों से करें बर्तनों की सफाई
लहसुन में मौजूद अमोनिया बर्तनों की सफाई के मामले में भी मददगार साबित हो सकता है। आपको करना बस यही है कि जो भी बर्तन गंदा हो, उसमें पानी डालकर लहसुन के छिलके डालें और फिर गैस पर रखकर थोड़ी देर के लिए उबाल दें। अब बस इस पानी को फेंकें और बर्तन को नॉर्मली उसी तरह से धो लें जैसे बाकी बर्तन धोते हैं। ऐसे में लहसुन के छिलकों में मौजूद सल्फर और अमोनिया जमी हुई गंदगी को साफ कर देगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये भी है तरीका
वैसे एक और तरीका भी है कि आप लहसुन के छिलकों को सुखा लें और उन्हें फिर बर्तन में डालकर घिसें। पर इससे ज्यादा असरदार ऊपर वाला तरीका है। आजमा कर देखिए आपका काम ज्यादा आसानी से हो जाएगा। बर्तन अगर बहुत ज्यादा जला हो, तो लहसुन के छिलकों के साथ बेकिंग सोडा भी डाला जा सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बदबू को सोखने के लिए लहसुन के छिलके
आपको शायद पता ना हो, लेकिन अरोमा थेरेपी के लिए लहसुन के छिलके भी काम के साबित हो सकते हैं। ये खुशबू नहीं फैलाते, बल्कि ये बदबू को सोख सकते हैं। लहसुन के छिलकों को एक कॉटन के कपड़े में बांधकर आप वहां छोड़ दें जहां से घर पर बहुत बदबू आ रही हो, जैसे डस्टबिन के पास आदि। वहां से बदबू को सोखने के लिए यह बहुत ही अच्छे साबित हो सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लहसुन के छिलकों से बना सकते हैं चाय
सर्दियों के कफ एंड कोल्ड का इलाज करने के लिए लहसुन के छिलके काफी काम के साबित हो सकते हैं। आपको करना यह है कि पानी में इन्हें उबालना है और इस पानी को सिप-सिप करके पीना है। ध्यान रखें कि पानी गुनगुना होना चाहिए ना कि बहुत गर्म या ठंडा।
फ्लेवर वाला सिरका बनाने के लिए लहसुन के छिलके
आपको शायद इसके बारे में पता ना हो, लेकिन आप सफेद सिरके में अगर लहसुन के छिलके डालकर रख देंगे, तो एक दो दिन बाद इसमें लहसुन का फ्लेवर आ जाएगा। ऐसे में फ्लेवर वाला सिरका बनाने के लिए यह अच्छा होगा।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।