दून अस्पताल में अव्यवस्थाओं का बोलबाला, मरीज धक्के खाने को मजबूरः लालचंद शर्मा
लालचंद शर्मा ने कहा कि दून अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल माना जाता है। यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं। इस अस्पताल में इलाज कराने आ रहे मरीज बेहाल हैं। इस हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को कई हफ्ते का इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पताल की पांच मंजिल ओपीडी में मरीजों वाली लिफ्ट ना होने से मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ऑपरेशन थियेटर, इमरजेंसी और महिला एंड प्रसूति रोग के लिए बने नए भवन में अभी तक सुविधा के नाम पर केवल जरनल सर्जरी ही शुरू हो चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके साथ ही ओपीडी पंजीकरण भी अभी तक ऑन लाइन नहीं हो सका है। कहा कि भर्ती मरीजों की बिल्डिंग को ओपीडी बिल्डिंग को जोड़ने वाला पुल का निर्माण भी काफी धीमा है। ऐसे में राजधानी के इतने बड़े सरकारी अस्पताल में बनी कमियों को सीधे तौर पर मरीजों को झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।