राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड की बैठक में इन समस्याओं पर चर्चा, पूर्व अध्यक्ष प्रहलाद सिंह को दी श्रद्धांजलि

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड की बैठक आज देहरादून में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (महिला) में आयोजित की गई। दो सत्र में आयोजित की गई बैठक के पहले सत्र में राज्यकर्मियों की मुख्य मांगों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं, दूसरे सत्र में पूर्व अध्यक्ष ठाकुर प्रहलाद सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रांतीय महासचिव ने रखा ब्योरा
परिषद के प्रान्तीय प्रवक्ता आरपी जोशी ने बताया कि पहले सत्र में प्रान्तीय कार्यकारिणीं की बैठक की अध्यक्षता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पाण्डे एवं संचालन प्रदेश महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने किया। बैठक में महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने कार्यकारिणीं के समक्ष परिषद की वर्तमान कार्यकारिणीं द्वारा किए गए कार्यों एवं आगामी कार्ययोजना का ब्योरा सदस्यों के मध्य रखा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि परिषद द्वारा ही पहल करते हुए 10 मान्यता प्राप्त महासंघों को एक मंच पर लाकर समन्वय समिति का गठन कराया गया। एमएसीपी में अति उत्तम की बाध्यता को समाप्त कराते हुए 01.01.2017 से उक्त शासनादेश को प्रभावी कराया गया। पदोन्नति में शिथिलीकरण की व्यवस्था को पूर्व में एक चयन वर्ष के लिए बहाल कराया गया एवं जल्द ही पुनः शिथिलीकरण की व्यवस्था के लिए शासनादेश जारी कराने का कार्य अंतिम चरण में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि कार्मिकों को प्राप्त होने वाली एलटीसी में सुधार कर नवीनतम शासनादेश जारी कराए जाने का कार्य प्रगति पर है। एनपीएस योजना से आच्छादित कार्मिकों के लिए लगातार अपने मांग पत्र के माध्यम से मांग को शासन स्तर पर रखा गया। गोल्डन कार्ड की विसंगतियों को दूर करने एवं कैशलेश जांच एवं कैशलेश दवाओं हेतु कार्य किया गया। इसमें कैशलेश जांच के लिए भी शासनादेश जारी कराया गया। कार्मिकों की 10, 16, 26 वर्ष की सेवा पर पदोन्नत ग्रेड वेतन सहित एसीपी की मागं को पूर्ण कराए जाने हेतु प्रयास किए गए। इसके अन्तर्गत शासन द्वारा विभागों से सूचना भी मांग ली गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्य़कारिणीं की बैठक में आबकारी निरीक्षण संघ, कर मिनिस्ट्रीयल एसोशिएसन, सहायक समाज कल्याण अधिकारी संघ, गन्ना पर्यवेक्षक संघ, उत्तराखण्ड आईटीआई संघ, स्टोर कीपर संघ, पशुपालन संघ, ग्राम्य पंचायत विकास अधिकारी एसोशिएसन, सुपरवाइजर एसोसिएशन, रेशम सेवा संघ, डेरी विकास, पंचायती राज, अधीनस्थ सांख्यिकीय सेवा संघ, एक्साइज कान्सटेबल हेड कांस्टेबल संघ सहित विभिन्न घटक संघों के अध्यक्षों/महासचिवों ने विभिन्न मांगों को कार्यकारिणी के समक्ष रखा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं मांगे
इन मांगों में 10, 16, 26 वर्ष की सेवा पर पदोन्नत ग्रेड वेतन सहित एसीपी की पूर्व व्यवस्था को पुनः लागू किए जाने, पुरानी पेंशन को पुनः बहाल किए जाने, वाहन भत्ते की मांग, वेतन विसंगति की रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने, वन दरोगा एवं मतत्य निरीक्षकों का ग्रेड वेतन 2800 से 4200 कर वेतन विसंगति दूर किए जाने, समस्त वर्दीधारी कर्मचारियों के लिए एक सेवानियमावली एवं एक ग्रेड वेतन किए जाने, कई विभागों में एसीपी कई सालों से लम्बित होने, आबकारी में 20 प्रतिशत का पदोन्नति कोटा वापस किए जाने, वर्तमान में स्थानान्तरण एक्ट में हुए स्थानान्तरणों में गन्ना विभाग, पशुपालन विभाग सहित कई अन्य विभागों में एक्ट का उल्लंघन किए जाने सहित कई अन्य मांगों पर चर्चा की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
परिषद अध्यक्ष ने कहा कार्मिकों के साथ नहीं होने देंगे अन्याय
परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पाण्डे द्वारा समस्त विभागों की मांगों को समेकित करते हुए कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एक वट वृक्ष है एवं अपने घटक संघों की मांगों को पूर्ण कराए जाने हेतु सदैव तत्पर रहता है। उन्होंने घटक संघों का आह्वान करते हुए कहा कि परिषद 10, 16, 26 वर्ष की सेवा पर पदोन्नत ग्रेड वेतन सहित एसीपी की मांग को पूर्ण कराए जाने के लिए कटिबद्ध है। शिथिलीकरण की मांग यथासम्भव शीघ्र ही पूर्ण होने जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके अतिरिक्त एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को लागू कराए जाने एवं वाहन भत्ते के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि जिन भी विभागों में स्थानान्तरण एक्ट का उल्लंघन हुआ है, वह यथाशीघ्र परिषद को लिखित में प्रमाण सहित पत्र उपलब्ध कराए। परिषद विगत वर्ष की भांति ही इस वर्ष भी किसी कार्मिक के साथ अन्याय नहीं होने देगा। पाण्डे द्वारा घटक संघों से एकजुट रहने एवं परिषद को मजबूती प्रदान करने का आह्वान भी मंच से किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
द्वितीय सत्र में आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा
सत्र के द्वितीय सत्र में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के उत्तराखण्ड में संस्थापक अध्यक्ष रहे स्व. ठाकुर प्रहलाद सिहं की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त अपर सचिव (कार्मिक) एवं सचिवालय संघ के पूर्व अध्यक्ष सुमन सिंह बल्दिया ने की। स्व. सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए संघ के समस्त पदाधिकारियों, घटक संघों के पदाधिकारियों एवं परिषद के सेवानिवृत्त कर्मियों ने ठाकुर प्रहलाद सिंह द्वारा परिषद के अध्यक्ष रहते हुए प्राप्त उपलब्धियों का उल्लेख किया। परिषद को पुनः उन्हीं उचाँइयों पर ले जाने एवं ठाकुर साहब के विचारों का अनुशरण करने का संकल्प लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज की बैठक में परिषद के संरक्षक चौधरी ओमवीर सिंह, सलाहकार दिनेश जोशी, प्रान्तीय प्रवक्ता आर पी जोशी, प्रान्तीय कोषाध्यक्ष रविन्द्र चौहान, गढवाल मण्डल अध्यक्ष हर्ष मोहन नेगी, उपाध्यक्ष राकेश तिवारी सहित विभिन्न घटक संघों से रामकृष्ण नौटियाल, जगमोहन नेगी, अमित शेखर सिंह नेगी, अभिषेक, मनीष सती, सोबन सिंह रावत, विकास दुम्का, अनूप सिंह रावत, संदीप पाण्डे, रेखा भण्डारी, ज्योति सुन्दरियाल, विधु गुलाटी, सोनी रावत, अनिल पुण्डीर, शराफत अली, प्रमोद सिंह, संदीप पाण्डे, दीप प्रकाश किमोठी, अशोक कुमार, रितेश कुमार, आलोक कुमार, सुनील भारद्वाज, दीपक भट्ट, किशन सिंह चौहान, दीक्षा पुरोहित, अनीता नेगी, पी एल बड़ोनी, दीप चन्द शर्मा, सुशील त्यागी, शेर सिहं, जे पी चाहर, अतुल नौटियाल, संदीप सिंह, पी सी सैनी इत्यादि ने प्रतिभाग किया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।