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August 5, 2025

अंतरराष्ट्रीय महिला पखवाड़े में जेंडर सेंसीटाइजेडशन और सेक्सुअल ह्रासमेंट पर चर्चा

गुरु राम राय पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय महिला पखवाड़े की शुरूआत हुई। इस अवसर पर सेक्सुअल हैरेसमेंट गोष्ठी का आयोजन किया गया।

वर्तमान में जेंडर सेन्सीटाइजेशन एक ऐसा विषय है, जिसके व्यवहारिक पक्ष को समझने की अति आवश्यकता है। इसी आवश्यकता को समझते हुए आज गुरुवार 4 मार्च 2021 से गुरु राम राय पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय महिला पखवाड़े की शुरूआत हुई। इस अवसर पर सेक्सुअल हैरेसमेंट गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्टी के आयोजक सचिव डॉ एमएस गुसाई ने जेंडर सेंसटाइजेशन एवं सेक्सुअल हैरेसमेंट अधिनियम 2013 पर छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आजादी के 64 वर्ष के पश्चात हमारा देश महिलाओं के शोषण को रोकने के लिए अधिनियम- 4 वर्ष 2013 में बना पाया। इसमें सात भाग हैं। इसके माध्यम से महिला शोषण को रोकने का हर संभव प्रयास किया गया है।


साथ ही उन्हीने इस बात पर भी बल दिया कि यह भी अवश्य ध्यान में रखा जाना चाहिए कि महिलाएं किसी भी हालत में पुरुष नहीं हो सकती हैं। अतः अपनी मौलिकता को संरक्षित करते हुए उन्हें समाज का एक मजबूत स्तंभ बनना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गीता गैरोला पूर्व निदेशक महिला सामाख्या, उत्तराखंड ने कई जेंडर सेंसटाइजेशन और सेक्सुअल हैरेसमेंट से संबंधित अनछुए पहलू पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने अपने अनुभव छात्र-छात्राओं से साझा किए और बताया कि अधिनियम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए है। उ
न्होंने अधिनियम के दुरुपयोग की सम्भावना से भी इंकार नहीं किया। संगोष्ठी के की अध्यक्षता करते हुए अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधु डी सिंह ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बताया कि हर वर्ष हम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पखवाड़े के रूप में छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए इस प्रकार के आयोजन करते रहते हैं। इनका लाभ निश्चित ही हमारे छात्र-छात्रों को मिलता है। अंत में अंग्रेजी विभाग की ही डॉ ज्योति पांडे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन महाविद्यालय के छात्रों को सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों प्रकार का अनुभव से रूबरू करते हैं।
संगोष्ठी में अलग-अलग विभागों के 100 से अधिक छात्र-छात्राएं एवं हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ सुमंगल सिंह, अनुराधा वर्मा, डॉअनीता मनोरी, डॉ अनीता मलियान , डी एसडब्लू मेजर प्रदीप सिंह, प्रो. मैनाली अदि उपस्थित रहे।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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