उत्तराखंड में आफत की बारिश, भरभराकर गिरा 20 कमरों का होटल, इन पांच जिलों में आठ से 10 अगस्त तक यलो अलर्ट
उत्तराखंड में लगातार बारिश से पहाड़ दरक रहे हैं। भूस्खलन से सड़कें बंद हो रही हैं। चारधाम यात्रा मार्ग सहित अन्य स्थानों पर बार बार सड़कें बंद हो रही हैं, जिसे बार बार खोला जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक आज प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके बाद कल आठ अगस्त से लेकर दस अगस्त तक प्रदेश के पांच जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश होगी। इससे इन जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
भरभराकर गिरा 20 कमरों का होटल
चमोली जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर झड़कुला के समीप आज शनिवार को दोपहर में 20 कमरों का होटल का एक बढ़ा हिस्सा भरभराकर टूट गया। खतरे को देखते हुए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम की ओर से होटल को पूर्व में ही खाली करवा दिया गया था। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। यहां 25 जुलाई को होटल के नीचे से भूस्खलन हो शुरू हो गया था। होटल के टूटने की प्रत्यक्षदर्शियों ने फोटो और वीडियो बनाई।
बता दें कि 25 जुलाई को भारी बारिश के दौरान तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की सुरंग के आगे से भारी मात्रा में भूस्खलन हो गया था, जिससे बदरीनाथ हाईवे भी झड़कुला के समीप भूस्खलन की जद में आ गया। यहां एक निजी होटल के नीचे से भूस्खलन होने के कारण इसकी कभी भी ढहने की संभावना बनी हुई थी, जिसे देखते हुए जोशीमठ थाना पुलिस ने होटल को खाली करवा दिया था। शनिवार को अचानक दोपहर में होटल भरभराकर चट्टान की ओर ढह गया।
उत्तराखंड में पर्वतीय इलाकों में बारिश के कारण दुश्वारियां बरकरार हैं। बदरीनाथ हाईवे पर श्रीनगर-डुगरीपथ के पास भूस्खलन से हाईटेंशन लाइन टूट गई, जिससे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित है। इसके कई इलाकों में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। संपर्क मार्गों पर भूस्खलन के कारण मलबा आने से आवाजाही प्रभावित है। हालांकि, मैदान में मौसम ने फौरी राहत दी है।
पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी और धारचूला तहसील क्षेत्र में थल-मुनस्यारी मार्ग पर वनिक गदेरा उफान पर आ गया। शुक्रवार को यहां से गुजर रही एक कार गदेरे के तेज बहाव में फंस गई थी। बड़ी मुश्किल से कार सवारों को बाहर निकाला जा सका। वहीं, वनिक के पास मार्ग टूटने से बड़े वाहनों का संचालन ठप है।
पापड़ी गांव में एक मकान सड़क की दीवार ढहने से क्षतिग्रस्त हो गया।
उधर, धारचूला में तवाघाट-सोबला- तिदांग मार्ग 51वें दिन भी बंद रहा। लिपुलेख मार्ग भी मलबा आने से बंद है। दारमा, चौदास ओर व्यास घाटी से संपर्क शुक्रवार को भी अवरुद्ध रहा। इधर, उत्तरकाशी और टिहरी में कई संपर्क मार्गों पर दिनभर मलबा हटाने का कार्य चलता रहा। टिहरी झील के जलस्तर में भी इजाफा हुआ है। झील में पानी का जलस्तर 803 मीटर पहुंच गया है, जबकि चेतावनी रेखा 830 मीटर है।
उत्तराखंड के मौसम का हाल
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में 10 अगस्त तक का यलो अलर्ट जारी किया है। आज सात अगस्त को उत्तराखंड में विशेषकर पर्वतीय जिलों में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ ही भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान बिजली चमकने की भी संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आठ से दस अगस्त को देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में लोगों को भी सचेत रहने की सलाह दी गई है। 11 को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। कुमाऊं के कुछ क्षेत्र में तेज बौछार की संभावना है।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।