आफत की बारिश, मुंबई में 20 मौत, उत्तरकाशी में बादल फटा, तीन मकान बहे, एक लापता, लगातार बारिश, कल का दिन भारी
भूस्खलन की दो घटनाओं में 20 की मौत
मुंबई के चेंबूर में भारी बारिश के चलते एक दर्दनाक हादसा हुआ है। भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में 20 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। चेंबूर में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन में कई घर समा गए। घर के मलबे में दबकर 17 लोगों की मौत हो गई। वहीं विक्रोली में हुए भूस्खलन में तीन लोगों ने मलबे में दबकर अपनी जान गंवाई है। दोनों ही हादसों में कई लोगों के घायल होने की भी आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि मौके पर बचाव और राहत कार्य अब भी जारी है। हादसे के बाद बचाव दल ने कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
विक्रोली और चेंबूर समेत मुंबई के लगभग सभी इलाकों में कल देर रात और आज तड़के कई घंटों तक हुई। बारिश के बाद भूस्खलन की घटना से सभी सहमे हुए हैं। शहर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है और लोगों को खुले में बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
अधिकारियों ने कहा कि चेंबूर के भारत नगर इलाके से पंद्रह लोगों और विक्रोली के सूर्य नगर से नौ लोगों को बचाया गया है। उन्होंने कहा कि घायलों को चिकित्सा के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इन दोनों क्षेत्रों में बचाव अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका है।
बाढ़ जैसे हालात, 17 ट्रेन पर असर
मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश के बीच रेलवे ने 17 ट्रेनों पर असर पड़ा है। इन्हें अंतिम स्टेशन से पहले ही खत्म कर दिया है या फिर विनियमित कर दिया गया है। मुंबई के कई रेलवे स्टेशनों पर बारिश का पानी भर जाने के कारण यह फैसला लेना पड़ा है। रेलवे कर्मचारी वाटर पंप के जरिये रेल ट्रैक पर भरा पानी निकालने का प्रयास कर रहे हैं। भारी बारिश का असर लोकल ट्रेनों पर भी पड़ा है। खबरों के मुताबिक, सेंट्रल मेन लाइन और हार्बर लाइन पर लगातार बारिश से लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित हुई है। भारी बारिश से वाशी, वरली समेत कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. सड़कों पर कई फुट पानी भरा है। कई जगह तो तेज बहाव में कारें, मोटर साइकिल उतरातीं नजर आईं।
उत्तरकाशी में फटा बादल, तीन मकान बहे
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव निराकोट, कंकराणी में बादल फटने की सूचना है। कंकराणी गांव में तीन मकान बहने की सूचना आपदा प्रबंधन कार्यालय को मिली है। जबकि एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है। उत्तरकाशी लंबगांव मोटर मार्ग पर साड़ा के पास मोटर पुल के क्षतिग्रस्त होने की भी सूचना है। मांडो और निराकोट गांव में भी कई घरों में मलबा घुसा है। मांड़ों और कंकराणी गांव में कई ग्रामीणों ने अपने घर छोड़कर जान बचाई है।
रामनगर में बही कार
नैनीताल जिले के रामनगर में तेज बारिश के कारण देर रात को काफी नुकसान हुआ। चोरपानी गांव में बाढ़ की चपेट में आने से एक ग्रामीण का घर बह गया। शुक्र रहा कि परिवार के लोग जग गए और बाहर भागकर अपनी जान बचाई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। उधर टेड़ा गांव में लोग एक कार से जा रहे थे। सड़क पार करते समय पानी पहाड़ी से तेज पानी आने के कारण कार फंस गई। चार लोगों ने आनन-फानन में उतर कर अपनी जान बचाई, जबकि कुछ ही देर में पानी की तेज धारा में कार नदी में बह गई। टेड़ा गांव में एक छप्पर तो हाइवे पर पेड़ गिर गया। कानिया गांव के कई घरों में जलभराव हो गया।
बागेश्वर में मची तबाही
कुमाऊं के बागेश्वर जिले में बारिश एक बार जिले में तबाही मचाने लगी है। शनिवार सुबह हुई तेज बारिश से कांडा के कपूरी में एक मकान ध्वस्त हो गया। सनगाड़-बास्ती मोटर मार्ग के मलबे से करीब एक हेक्टेयर जमीन बह गई। एक घराट (पनचक्की) भी क्षतिग्रस्त हो गया। कपकोट के भनार में सड़क पर नाला आने से घायल को लेने को गई 108 एंबुलेंस रातभर फंसी रही।
देहरादून में जलभराव
शनिवार रात हुई मूसलधार बारिश से देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी उफान पर आ गई। कई जगह इनसे सटी बस्तियों में जलभराव होने से खतरा भी पैदा हो गया। जिसके बाद प्रसाशन की टीम ने मौके पर पहुंच कर मुनादी कराई और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। वहीं रिस्पना और बिंदाल के अलावा कई बड़े नाले भी ओवरफ्लो हो गए। कई जगह छोटे-मोटे नुकसान की भी खबरें आईं।
शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुई बारिश से पहले सड़कें लबालब होने लगीं। फिर लोगों के घरों में पानी भरने लगा। घंटाघर के आसपास, रायपुर, राजपुर, आइएसबीटी, पटेलनगर, खुड़बड़ा, लक्खीबाग, टीएचडीसी देहराखास, पामसिटी, बंजारावाला, मोथरोवाला और कारगी चौक के आसपास के तमाम इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुसने की सूचना आती रही। जिससे बड़े पैमामे पर लोग परेशान रहे। देहराखास टीएचडीसी कॉलोनी के ब्लॉक नम्बर 59 में आमजन के घरों में भी पानी भर गया। जिससे फर्नीचर के अलावा लोगों का अन्य सामान भी खराब हो गया। उधर, गोविंद गढ़, सुमन नगर में बारिश ने फिर कहर बरपाया। यहां एक सप्ताह पहले भी नाले का पानी लोगों के घरों में घुस गया था।
चंपावत टननकपुर राजमार्ग बंद
शनिवार की रात से चंपावत जिले में रिमझिम बारिश हो रही है। बारिश का असर जनजीवन पर पड़ा है। चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह आठ बजे करीब धौन-स्वाला के बीच मलबा गिरने से वाहनों का आागमन ठप हो गया है। जेसीबी मशीनों को मलबा साफ करने के लिए भेजा गया है। इधर बाराकोट-कोठेरा ग्रामीण सड़क भी मलबा आने से बंद हो गई है। मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में सुबह छह बजे से हल्की बारिश हो रही है।
मौसम विभाग की दो दिन की चेतावनी
उत्तराखंड में शुक्रवार देर रात हुई बारिश का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार की रात से शनिवार दिन भर हल्की बारिश होती रही। रात आठ बजे के बाद जोरदार बारिश ने लोगों को डरा दिया। बारिश का दौर रविवार को भी जारी है। इससे मौसम में ठंडक आ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज 18 जुलाई और कल 19 जुलाई को प्रदेश के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में संवेदनशील पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन, चट्टान टूटने, सड़कें बाधित होने की समस्या रहेगी। साथ ही नदी और नालों के जल स्तर में बढ़ोत्तरी आएगी। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है।
21 जुलाई तक का पूर्वानुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 19 जुलाई को उत्तराखंड में ओरेंज अलर्ट है। 19 जुलाई को भी ऐसी ही स्थिति रहेगी। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी जिले में कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। 20 और 21 जुलाई का यलो अलर्ट है। इस दिन उत्तरकाशी, चंपावत व पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी बरिश का अनुमान है। 21 जुलाई को भी इन तीन जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।