सब खुला है, लेकिन कोरोना के खिलाफ आचरण नहीं छोड़ना, तभी जीतेंगे जंग
पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि अब सब कुछ खुल रहा है तो ये ना समझा जाए कि हमने कोरोना से जंग जीत ली है। हमें कोरोना से तब तक निरंतर लड़ना है, जब तक इसकी दवा नहीं आ सकती है। इसके लिए हमें कोरोना से खिलाफ आचरण को नहीं छोड़ना होगा। तभी कोरोना से जंग जीत सकेंगे।
सोशल मीडिया पर लाइव संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को अब पहले की शर्तों से छूट दी गई है। अब कोरोना निगेटिव के सार्टीफिकेट की जरूरत नहीं है। सिर्फ उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
वहीं, चारधाम यात्रा के लिए देवस्थानम बोर्ड में पंजीकरण कराना जरूरी है। तभी चारधाम यात्रा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जब सब कुछ खुल रहा है तो ऐसे में और सतर्कता की जरूरत है। हमें कोरोना के खिलाफ आचरण नहीं छोड़ना है। जब तक दवा नहीं आती। सावधानी बरतनी है। कोरोना के नियमों का पालन करना है। जो पालन नहीं करेगा। उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। सैनिटाइजेशन करना, मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग ये तीन गाइडलाइन है। कोरोना अनुरूप आचरण का पालन करना होगा। खुद करें, परिवार से भी कराएं।
अब तक कार्रवाई का दिया ब्योरा
डीजी अशोक कुमार ने बताया कि नियमों का जो अनुपालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। अब तक प्रदेश में कुल पांच लाख 36 हजार लोगों पर कार्रवाई की गई। तीन लाख 82 हजार लोगों पर मास्क नहीं पहनने पर, 78 हजार लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग, लाकडाउन उल्लंघन करने पर 48 सौ मुकदमे किए गए। साथ ही आठ करोड़ चालीस लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया।
नियमों का फायदे
उन्होंने कहा कि नियमों के फायदे हैं। पुलिस के कुल 1504 लोग संक्रमित हुए। 1346 ठीक हो चुके हैं। डेथ रेट 0.1 फीसद है। सिर्फ दो का लोग की मौत हुई और तीन सीरियस लोगों को बचाया गया। सावधानी बरतें तो डेथ रेट में कमी आ सकती है। ये ध्यान रखना है कि संक्रमण की स्थिति में क्या क्या करना चाहिए।
दवाओं की दी जानकारी
उन्होंने कहा कि फ्रंट लाइन वारियर प्रीवेंटिव डोज आई है। आइवर नेप्टिन की डोज संक्रमित को पहले दिन, सातवें व तीसवें दिन लेनी पड़ रही है। इसके बाद हर महीने एक दिन ये प्रीवेंटिव का काम कर रही है। साथ ही विटामिन सी लें। आंवला नींबू लें। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। कोरोना तब पकड़ेगा जब हमारी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होगी।
उन्होंने बताया कि कोरोना हो गया तो आइवर नेप्टिन ले सकते हैं। कोरोना वायरस ब्लड को जमाता है। जिनको हार्ट की दिक्कत, किडनी की दिक्कत या डायवीटिज है। तब डेथ रेट बढ़ता है।
होम आइसोलेशन में रखना होगा ध्यान
पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून) अशोक कुमार ने कहा कि होम आइसोलेशन अलाउ है। जब तक आक्सीजन 90 से नीचे नहीं आती तो खतरा नहीं है। होम आइसोलेशन में रह सकते हैं। आक्सीमीटर रखें। डाइड पर ध्यान दें। कमरा अलग हों, टाइलेट अलग हों। बर्तन अलग हों। बेसिक रूल को फोलो करें। टेंपरेचर तीन बार, बीपी तीन बार, आक्सीजन दस बार नापे। तभी होम आइसोलेशन सफल होगा।
उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड मैनेजमेंट जरूरी है। जो सोच रहे हैं कोरोना होकर चला गया। उनमें भी कमजोरी आ रही है। कमजोरी आएगी। इसके तहत हर चीज का ख्याल रखना है। नियमों का पालन करना है। योगा प्राणायाम बेसिक चीजें हैं। उनमें ध्यान देना होगा। डाइट जरूरी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शादी के लिए अब सौ से कम लोगों के लिए अनुमति जरूरी नहीं है। इससे अधिक के लिए अनुमति ली जाएगी। पुलिस भर्ती के सवाल पर वह बोले कि दिसंबर तक भर्ती खुल सकती है। यदि देरी हुई तो जनवरी में नई भर्तियां हो सकती हैं। दुकानदारों के मास्क नहीं पहनने को लेकर उन्होंने कहा कि जो नहीं पहन रहे हैं वे अपनी नहीं तो परिवार की चितां करें।