कोरोना के साथ ही डेंगू का आतंक, यूपी में 10 दिन में 53 मौत, देहरादून में मिले 11 मरीज, ये बरतें सावधानी
कोरोना की मार के साथ अब लोगों को डेंगू की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। यूपी और उत्तराखंड दोनों ही राज्यों में डेंगू पांव पसारने लगा है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में डेंगू जैसे बुखार से 10 दिनों में करीब 53 लोगों की मौत हो गई है।
कोरोना की मार के साथ अब लोगों को डेंगू की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। यूपी और उत्तराखंड दोनों ही राज्यों में डेंगू पांव पसारने लगा है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में डेंगू जैसे बुखार से 10 दिनों में करीब 53 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही 186 अस्पताल में भर्ती हैं। इसमें करीब 45 बच्चे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच बिठा दी है। साथ ही फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में इतने बड़े पैमाने पर बच्चों की मौत होने पर जिला प्रशासन ने पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल एक हफ्ते के लिए बंद कर दिए हैं। उत्तराखंड में भी डेंगू के मामले सामने आने लगे हैं। हालांकि यहां कोरोना काफी नियंत्रित है।फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज का नजारा बहुत दिल दुखाने वाला है। बुखार से तड़पते बच्चे वार्ड में भरे हुए हैं। इतने बच्चे एक साथ शायद ही कभी बीमार होकर यहां पहुंचे हों। 45 बच्चों की मौत से बीमार बच्चों के मां-बाप में दहशत है। फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ कहते हैं कि जयादतर बच्चे जो हैं वायरल फीवर से पीड़ित हैं। इनमें कुछ केसेस में डेंगू फीवर भी निकल रहा है। इसके अलावा जो मौसमी बीमारियां हैं। मौसम के आधार पर उल्टी, दस्त, कई बार बुखार के साथ झटके आना, लेकिन वो दिमागी बुखार नहीं है। 6 महीने से 5 साल के बीच बुखार के प्रति कई बच्चों का दिमाग थोड़ा कमजोर होता है तो उनको झटके आ जाते हैं। वह चिंता की बात नहीं है।
इतने बच्चों की मौत की खबर सुन सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को खुद अचानक फिरोजाबाद पहुंच गए। अस्पताल बच्चों को देखने भी गए और जो बच्चे गुजर गए उनमें से कुछ के घर अफसोस जाहिर करने भी गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त मात्रा में मैन पावर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। हर एक व्यक्ति को बेहतर सर्विलांस के माध्यम से उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए यहां पर निर्देश दिए गए हैं।
देहरादून में भी पैर पसारने लगा है डेंगू
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से राहत जरूर है। मंगलवार की शाम की स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में उत्तराखंड में कोरोना के 28 नए संक्रमित मिले। वहीं, इस बीच डेंगू ने चिंता बढ़ा दी है। राजधानी देहरादून में डेंगू का मच्छर अब लगातार डंक मार रहा है। डेंगू के लिहाज से सीमाद्वार-इंदिरानगर क्षेत्र हाटस्पाट बना हुआ है। पिछले एक सप्ताह में डेंगू के पांच नए मामले सामने आए हैं। सारे मामले इसी क्षेत्र से हैं। दून मे अब तक डेंगू के 11 मामले सामने आ चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डेंगू पीड़ित सभी मरीजों का स्वास्थ्य ठीक है। इनमें कुछ मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि कुछ घर पर स्वस्थ लाभ ले रहे हैं। बताया गया कि जिन इलाकों में डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं उसके आसपास निरंतर फागिंग व दवा का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा विभागीय टीम मौके पर जाकर लार्वा नष्ट कर रही है। जन सामान्य को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द, जी मचलाना, उल्टी, आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते आदि।
ये बरतें सावधानी
पूरी बांह की शर्ट और पैंट पहने।
आसपास में जलभराव व गंदगी ना होनें दें।
घरों के गमले और कूलर में पानी ना जमा होने दें।
पानी इस्तेमाल ना किया जाए तो पानी की टंकी में भी मच्छर पनप सकते हैं।
किसी भी बुखार को हल्के में ना लें।
घर में साफ-सफाई रखें।
घर में मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी, क्वाइल और लिक्विडेटर का प्रयोग करें
पक्षियों और पशुओं के पानी का बर्तन, फूलदान, नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन, टायर, डिस्पोजल बर्तन-गिलास आदि में पानी न रहने दें। टंकियों को ढक कर रखें।
प्रत्येक सप्ताह कूलर को खाली करके सुखा कर ही उपयोग में लाएं
मच्छर रोधी क्रीम, क्वाइल, रिपेलेंट आदि का उपयोग करें।
घर में कीटनाशक का नियमित रूप से छिड़काव करें।
घर के आसपास अनावश्यक एकत्र पानी में जला हुआ मोबिल आयल/मिट्टी का तेल डाल दें।




