किसानों के समर्थन में विभिन्न संगठनों का देहरादून में प्रदर्शन
कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में देहरादून में विभिन्न संगठनों के लोगों ने प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इसमें कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की गई। साथ ही कहा गया कि इस कानून को जब तक वापस नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन को जारी रखा जाएगा।
किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर किसान सभा के बैनर तले आज ये प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी दीनदयाल पार्क पर एकत्र हुए यहां से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला। इसमें केंद्र की मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की गई। कहा गया कि पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए ये कानून लाए गए हैं। इन कानूनों से छोटा किसान बर्बाद हो जाएगा। एक बार देश फिर से गुलामी की ओर बढ़ने लगेगा। जब अन्नदाता ही संकट में आ जाएगा तो देश की तरक्की की बात करना बेमानी होगी। इस दौरान काफी लोगों ने कोरोना के नियमों में मास्क लगाने में भी ढिलाई बरती। कई लोगों के मास्क नाक व मुंह से नीचे लटके हुए थे।
प्रदर्शन में किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सजवाण, कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह, महामंत्री कमरूद्दीन, कोषाध्यक्ष माला गुरुंग, सीटू महामन्त्री लेखराज,पूर्व जिला पंचायत ताजेन्द्र सिहं, गीता गैरोला, महिला मंच की निर्मला बिष्ट, मुस्तफा चौपडा, विपिन गैरोला, वन श्रमजीवी यूनियन सेसुधा देवली, इन्दु नौडियाल, नुरैश , एस एस नेगी, जितेन्द्र गुप्ता, हिमांशु, अनन्त आकाश,अर्जुन रावत, भगवन्त पयाल, सोनाली, खजानसिंह, इमरान, शम्भू प्रसाद, फूल मोहम्मद भक्तू , कुलदीप, रविन्द्र , अनिता, संगीता, उमा आदि बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।